- गुजरात में पिछले कुछ समय से शराब बंदी को हटाने की जा रही है मांग
- पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला भी सोशल मीडिया पर शराब बंदी हटाने का चला रहे हैं अभियान
- राज्य सरकार शराब बंदी के लिए प्रतिबद्ध है, शराब बंदी को उठाना संभव नहीं: जाडेजा
अहमदाबाद: गुजरात में पिछले कुछ समय से शराब पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला भी शराब बंदी को हटाने के लिए सोशल मीडिया पर लगातार अभियान चला रहे हैं.
वह शराब पर लगे प्रतिबंध को हटाने के पक्ष में हैं. गांधी जयंती के मौके पर आज गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा ने कहा, “कुछ लोग गुजरात में शराब पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन यह संभव नहीं है.”
गुजरात से नहीं हटेगा शराब पर लगा प्रतिबंध-प्रदीप सिंह जाडेजा
उन्होंने आगे कहा, “राज्य सरकार नशाबंदी को लेकर प्रतिबद्ध है. कुछ समय से शंकर सिंह वाघेला खुले तौर पर गुजरात में शराब पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग कर रहे हैं.
लेकिन यह संभव नहीं है.” शराब बंदी पर प्रदीपसिंह जडेजा ने किसी का नाम लिए बिना आरोप लगाया कि कुछ लोगों का मानना है कि शराब बंदी को हटाने से करोड़ों का फायदा होगा और गुजरात का विकास होगा.
लेकिन गुजरात सरकार शराब पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रतिबद्ध है. शराब नामी राक्षस की वजह से कई बहनों को विधवा बना दिया है. लेकिन हमारी सरकार नागरिकों और बहनों की शराब से रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.
शंकर सिंह वाघेला शराब बंदी हटाने की कर चुके हैं वकालत
बीते कुछ दिनों से गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने गुजरात में शराब पर प्रतिबंध हटाने को लेकर एक बयान जारी किया था.
उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों शराब पर लगे प्रतिबंध को हटाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे क्योंकि दोनों को फायदा हो रहा है.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात में शराब बंदी एक दिखावा है इसे समाप्त कर दिया जाना चाहिए. उन्होंने गुजरात से शराब बंदी हटाने की मांग करते हुए ट्वीट किया था और एक वीडियो भी साझा किया था.
गुजरात के गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा गांधी जयंती समारोह के अवसर पर आज पंचमहल में मौजूद थे.
इस दौरान उन्होंने कहा कि गुजरात से शराब बंदी कानून को हटाना असंभव हैं.
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