गुजरात में जारी कोरोना आतंक के बीच टिड्डियों के आतंक का खतरा दिखाई देने लगा है, एक बार फिर टिड्डियों ने बनासकांठा जिले पर आक्रमण किया है. जिले के सीमावर्ती इलाके में टिड्डियों के उत्पात से किसानों में चिंताएँ फैल गई हैं. जैसे ही टिड्डे के आक्रमण की खबर मिली कृषि विभाग के साथ-साथ टिड्डी नियंत्रण विभाग ने भी हरकत में आते हुए काम शुरू कर दिया है
पाकिस्तान से जैसलमेर आने वाला टिड्डियों का झुंड बनासकांठा सीमा में प्रवेश कर गया है. थराद के लवाणा और खाराखोडा गांवों में टिड्डियों का झुंड देखने के बाद किसानों के मुश्किलों में इजाफा हो गया है. हालांकि टिड्डियों का झुंड पिछले हमले के मुकाबले छोटा है इसलिए जल्द टिड्डी नियंत्रण विभाग इन पर काबू पा लेगी.
पिछले काफी समय से पाकिस्तान और राजस्थान की सीमा से लगे विविध स्थलों पर टिड्डियों से हाहाकार मचा हुआ है. टिड्डियों के हमले के कारण किसानों की फसल खराब हो रही है. टिड्डियों का यह दल अब महिसागर जिला से 150 कि.मी. दूर तक आ पहुंचा है. इससे वडोदरा, पंचमहाल, खेडा और दाहोद जिलों के किसानों एवं कृषि अधिकारियों में चिंता का माहौल है. इस समस्या के मद्देनजर वडोदरा जिला पंचायत के कृषि अधिकारी ने कहा कि वे महिसागर जिला के कृषि अधिकारी के साथ संपर्क में है. ग्राम सेवकों को आदेश दे दिया है कि वे किसानों का संपर्क कर इस समस्या से उन्हें अवगत करे.
गौरतलब है कि पिछले वर्ष पाकिस्तान बोर्डर से आये टिड्डियों ने बनासकांठा जिले में तबाही मचा दी थी. टिड्डियों के दल ने यहां के किसानों की फसल बरबाद कर दी थी. केन्द्र सरकार ने भी टिड्डियों का मुकाबल करने के लिए विशेष गठित कर गुजरात भेजी थी. फिर एक बार टिड्डी दल के हमले से किसान चिंतित हैं.
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