नई दिल्ली: 23 दिसंबर तक संसद का शीतकालीन सत्र चलने वाला था. लेकिन भारी हंगामे की वजह से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. संसद का शीतकालीन सत्र अपने निर्धारित समय से एक दिन पहले बुधवार को संपन्न हो गया है. राज्यसभा के 12 निलंबित सांसदों और लखीमपुर खीरी केस में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग को लेकर संसद के शीतकालीन सत्र में हंगामा जारी रहा.
संसद का शीतकालीन सत्र अपने निर्धारित समयावधि से एक दिन पहले यानी बुधवार को ही खत्म हो गया. मौजूदा सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ था और इसका 23 दिसंबर तक चलने का कार्यक्रम था. बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही को अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. इसके बाद ही राज्यसभा को अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने को लेकर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार ने पहले ही दिन 12 संसदों को निलंबित किया जो नियमों के ख़िलाफ़ है. हमने सरकार से चर्चा के माध्यम से इस मामले का समाधान निकालने के लिए भी बोला था. केंद्र सरकार अहम मुद्दों पर चर्चा नहीं करवाना चाहती इसलिए उन्होंने ऐसा किया.
गौरतलब है कि बीते दिनों एसआईटी ने लखीमपुर खीरी कांड में किसानों पर हमला को साजिश का हिस्सा करार दिया था. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा इस मामले में मुख्य आरोपी हैं. मामला सामने आने के साथ ही विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस मामले को लेकर राहुल गांधी ने बीते दिनों से सदन में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को एक क्रिमिनल करार दिया था. मिश्रा के इस्तीफा की मांग दोनों सदनों में लगातार गूंज रही थी.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/fake-news-20-youtube-channel-banned/