संसद के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है. सत्र के पहले दिन तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक दोनों सदनों में पारित किया जा चुका है. लेकिन इस दौरान हंगामा करने की वजह से राज्यसभा के 12 सदस्यों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया. सत्र की कार्यवाही का तीसरा दिन शुरू होते ही विपक्ष ने सांसदों के निलंबन को लेकर हंगामा शुरू कर दिया और जिसकी वजह से राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दी गई.
राज्यसभा के निलंबित 12 विपक्षी सदस्य निलंबन के विरोध में संसद में गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे है. राज्यसभा की निलंबित TMC सांसद डोला सेन ने इस फैसले को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि BJP जब विपक्ष में थी तो उन्होंने कई बार सदन की कार्यवाही को बाधित किया. लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई. जनता सब देख रही है, जैसे जनता ने 2021 के बंगाल चुनाव में उन्हें गुड बाय किया है वैसे ही 2024 में देश की जनता उन्हें गुड बाय करेगी.
तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने इस मामले को लेकर कहा कि 12 निलंबित सांसदों को माफी मांगने को कहा गया है लेकिन मुझे नहीं लगता कि विपक्ष माफी मांगेगा. 12 सांसद में 2 सांसद तृणमूल के भी हैं, तृणमूल माफी मांगने के ख़िलाफ है. तृणमूल के दोनों सांसद गांधी मूर्ति के समक्ष धरने पर बैठें हैं और ये धरना जारी रहेगा.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष पर वार करते हुए कहा कि महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने बैठना हास्यास्पद है. मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि कम से कम पश्चाताप व्यक्त करें… आज लोकसभा को चलाने की हम पूरी कोशिश कर रहे हैं. विपक्ष का रवैया क्या रहता है, देखते हैं. हम तो लोकसभा चलाना चाहते हैं.
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