महाराष्ट्र में मंदिर और पूजा स्थलों के खोलने को लेकर एकबार फिर सूबे के मुख्यमंत्री (Maharashtra CM) और राज्यपाल के बीच वाद-विदाद शुरू हो गया है. इतना ही नहीं बात सेक्युलरिज़्म और हिंदुत्व पर पहुंच गई है. दरअसल महाराष्ट्र (Maharashtra) के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य सरकार को चिट्ठी लिखी है, जिसमें अभी तक मंदिर और अन्य पूजा स्थल ना खोलने का मुद्दा उठाया है.
इसके बाद महाराष्ट्र के सीएम (Maharashtra CM) उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल को जवाब में चिट्ठी लिखी. जिसमें उन्होंने लिखा कि महाराष्ट्र में धार्मिक स्थल खोलने की चर्चा के साथ कोरोना के बढ़ते मामलों का भी ध्यान रखना चाहिए.
‘क्या आप अचानक से सेक्यूलर हो गए’
भारतीय जनता पार्टी राज्य भर में मंदिर खोलने के लिए सांकेतिक भूख हड़ताल कर रही है. इसपर राज्यपाल ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री के हिंदुत्व पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि ‘क्या आप अचानक से सेक्युलर हो गए?’
CMO का जवाब
इसपर मुख्यमंत्री कार्यालय (Maharashtra CMO) की ओर से एक जवाब भेजा गया है, जिसमें उद्धव ठाकरे ने कहा है कि ‘पत्र में मेरे हिंदुत्व का उल्लेख करना गलत है. हिंदुत्व के लिए मुझे आपके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.‘
सीएम (Maharashtra CM) उद्धव के खिलाफ अपमानजनक ट्वीट पर हाईकोर्ट ने कहा, ‘फ्रीडम ऑफ स्पीच दूसरे के अधिकारों का हनन नहीं कर सकती’
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मुख्यमंत्री (Maharashtra CM) उद्धव ठाकरे ने ये भी लिखा है कि ‘मेरे राज्य की राजधानी को पाक अधिकृत कश्मीर कहने वालों को हंसते हुए घर में स्वागत करना मेरे हिंदुत्व में नही बैठता है.’ बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने मुंबई की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर से की थी. बावजूद इसके राज्यपाल ने कंगना को मिलने का समय दिया था.
चिट्ठी पर मुंबई में विरोध प्रदर्शन
राज्यपाल की इस चिट्ठी से अलग भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को ही मुंबई में विरोध प्रदर्शन भी किया. मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर के बाहर बीजेपी ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने राज्य में पूजा स्थल खोलने की मांग की, इस दौरान कुछ कार्यकर्ता जबरन मंदिर में घुसने की कोशिश करने लगे. पुलिस कई कार्यकर्ताओं को गाड़ी में बैठाकर ले गई. मुंबई में प्रदर्शन के दौरान बीजेपी के कार्यकर्ता सड़क पर ही आरती की थाली लेकर पहुंचे और पूजा करनी शुरू कर दी.
मुंबई में प्रदर्शन के अलावा शिरडी में भी अब राज्य सरकार का विरोध शुरू हो गया है. भाजपा की आध्यात्मिक प्रकोष्ठ ने शिरडी में अनशन शुरू कर दिया है और धार्मिक स्थल खोलने की मांग की है. बीजेपी का कहना है कि राज्य में शराब की दुकानें खुल गई हैं, लेकिन मंदिर सात महीने से बंद हैं. ऐसे में सभी संतों की मांग है कि उद्धव सरकार राज्य में मंदिर खोले.
इसी मांग को लेकर शिरडी में संत और बीजेपी कार्यकर्ता अनशन पर बैठ गए हैं, यहां भजन शुरू किया गया है. एकदिवसीय अनशन के जरिए शिरडी के मशहूर साईं मंदिर को खोलने की मांग की गई है.