हाल ही में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की एक कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई थी जिसमें वह टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए स्थानीय नेता से मदद की गुहार लगा रही थीं. अब उस टेप पर ममता बनर्जी ने सफाई दी है. Mamata Banerjee
ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी के एक पूर्व नेता को कॉल करना अपराध नहीं है. दोषी उन्हें ठहराया जाना चाहिए, उन्होंने भरोसा तोड़ा और बातचीत को लीक किया. Mamata Banerjee
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वीकार किया है कि लीक ऑडियो में उनकी ही आवाज है. उन्होंने कहा कि नंदीग्राम सीट से प्रत्याशी होने के नाते में इस विधानसभा क्षेत्र के हर वोटर से मदद मांग सकती हूं. Mamata Banerjee
नंदीग्राम में चुनाव प्रचार खत्म करने के बाद ममता बनर्जी ने कहा, ‘हां, मैंने नंदीग्राम में भाजपा नेता को फोन किया था. मुझे यह फीडबैक मिली थी कि कोई मुझसे बात करना चाहता है. इसलिए मैंने उनका नंबर लेने के बाद उनसे बात की. मैंने उनसे कहा कि वह अच्छे से रहे, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे. मेरा अपराध क्या है?’ Mamata Banerjee
साथ ही उन्होंने कहा, ‘निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार होने के नाते मैं किसी भी मतदाता की मदद ले सकती हूं, मैं किसी को भी कॉल कर सकती हूं. इसमें कोई बुराई नहीं है. यह कोई अपराध नहीं है. लेकिन अगर कोई बातचीत को लीक करता है, तो एक अपराध है. मेरे खिलाफ नहीं, बल्कि उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, जिसने मेरी बातचीत को लीक किया.’ Mamata Banerjee
भाजपा ने जारी किया था ऑडियो
कुछ समय पहले भारतीय जनता पार्टी ने ऑडियो टैप जारी करते हुए दावा किया था कि ममता बनर्जी ने फोन कर पार्टी कार्यकर्ता से मदद मांगी है. ममता बनर्जी की तरफ नंदीग्राम के बीजेपी जिला उपाध्यक्ष प्रलय पाल को फोन किया गया था. जिसमें ममता ने प्रलय पाल से चुनाव में मदद करने की अपील की थी और टीएमसी में वापस आने का भी न्योता दिया था. Mamata Banerjee