अहमदाबाद: गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वाघाणी और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इन दिनों शिक्षा को लेकर आमने-सामने हैं. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कल भावनगर के सरकारी स्कूलों के देखने गए थे. उनके साथ आप के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया और प्रदेश नेता इसुदान गढ़वी भी मौजूद रहे थे. सिसोदिया ने भावनगर के हादानगर की स्कूल नंबर 62 का दौरा करने के अलावा यहां के शिक्षकों और बच्चों से भी बात की थी.
भावनगर के सरकारी स्कूलों का दौरा करने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुजरात के सरकारी स्कूलों की दयनीय हाल पर सरकार को जमकर घेरा, इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि राजनीति में शिक्षा की बात हो रही है. शिक्षा पर राजनीति हो रही है. मैं गुजरात के शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को दिल्ली आने के लिए आमंत्रित करता हूं. इससे पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री भी आ चुके हैं. हम सबका स्वागत करते हैं.
यह कोई राजनीतिक बात नहीं है, लेकिन यह देश का भविष्य है, ऐसे स्कूलों में देश का भविष्य शिक्षा हासिल करता है. आज मैं शिक्षा मंत्री के गृहनगर का दौरा किया तो उसको लेकर भाजपा नाराज़ हो गई. दिल्ली में बीजेपी सांसद भी सरकारी स्कूलों का दौरा किया लेकिन उनको ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे वह हमारी सरकार पर हमला बोल सकें.
गुजरात में भाजपा ने प्रवासी शिक्षक की नई परंपरा शुरू की है. एक माह के बाद प्रवासी शिक्षक को यह पता नहीं होता कि अगले माह उसकी ड्यूटी कहां लगेगी. मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में भी गेस्ट टीचर है. जिनको स्थायी शिक्षक की तरह रखा जाता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि गुजरात में शिक्षा के नाम पर मजाक बनाया जा रहा है, राज्य सरकार सरकारी स्कूलों को चलाना ही नहीं चाहती.
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