Mansukh Hiren Death Case: अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने के मामले से जुड़े मनसुख हिरेन केस में महाराष्ट्र एटीएस की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है जबकि इस केस का लिंक अब अहमदाबाद से निकलकर सामने आया है. एटीएस ने दो लोगों को मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया. इनमें से एक विनायक शिंदे है जो पहले ही लखन भैया फेक एनकाउंटर में दोषी है और पैरोल पर बाहर है. इसके साथ ही एटीएस ने नरेश गोर नाम के एक बुकी को भी गिरफ्तार किया है. Mansukh Hiren Death Case
मुकेश अंबानी के घर के बाहर जिलेटिन से लदी स्कॉर्पियो गाड़ी लगाने के मामले में एटीएसए ने अब अहमदाबाद में डेरा डाला है. मामले की जांच एटीएस और एनआईए द्वारा की जा रही है. इसमें खासकर मनसुख हिरेन की मौत के बाद जांच ने अब एक नया मोड़ ले लिया है. Mansukh Hiren Death Case
केस का अहमदाबाद कनेक्शन
पता चला है कि सचिन वागे सहित 5 लोगों ने अहमदाबाद से सिम कार्ड खरीदा था. अब मुंबई एटीएस की एक टीम अहमदाबाद में अपनी तफतीश को आगे बढ़ा रही है. खबर है कि सिम कार्ड विक्रेता को हिरासत में लिया गया है. महाराष्ट्र एटीएस ने अहमदाबाद में इस तरह की जांच शुरू की है ताकि और सबूत जुटाए जा सकें. Mansukh Hiren Death Case
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एटीएस ने उसी जगह पर रेड मारी जहां से उन्हें बुकी नरेश गोर का पता चला. एटीएस ने नरेश गोर का पता निकाल कर मुंबई से उसे अपनी हिरासत में ले लिया. इसके पास से करीब 15 सिमकार्ड बरामद किये गए. नरेश गोर ने ही इस पूरे कांड के लिए एक सिमकार्ड सचिन वागे को और एक सिमकार्ड विनायक शिंदे को दिया था. इसी सिमकार्ड से वागे लगातार विनायक शिंदे और मनसुख हिरेन से बात करता था. Mansukh Hiren Death Case
सूत्रों के मुताबिक जिस वक्त मनसुख हिरेन को मारा गया वहां 10 से भी ज्यादा लोग मौजूद हो सकते हैं, जिनमें से कुछ पुलिस वाले भी हो सकते हैं. हालांकि इसकी अभी जांच की जा रही है. ATS सूत्रों के मुताबिक विनायक शिंदे हत्या के वक्त वहीं मौजूद था. Mansukh Hiren Death Case