उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मंगलवार को अपना चौथा बजट पेश किया. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना सदन में बजट पेश किया. विशेषज्ञों की मानें तो यूपी सरकार अपने इस बजट में युवाओं को दक्ष बनाकर उन्हें स्वरोजगार और नौकरियों के काबिल बनाने के लिए बजट में नई योजनाओं की घोषणा की. एक तरफ जहां योगी सरकार के इस बजट की सराहना हो रही है तो दूसरी तरफ इस बजट को बहुजन समाजवादी पार्टी की नेता मायावती ने जनता के साथ छलावा बताया है.
सोशल मीडिया पर मायावती ने लिखा, ‘यूपी सरकार का आज विधानसभा में पेश बजट जनता की आशाओं व आकांक्षाओं के साथ छलावा है. इस बजट से प्रदेश का विकास व यहाँ की 22 करोड़ जनता का हित/कल्याण संभव नहीं है. यही बुरा हाल इनके पिछले बजटों का भी रहा है, जो जनहित/जनकल्याण के मामलें में बीजेपी की कमजोर इच्छाशक्ति का परिणाम है.’
1. यूपी सरकार का आज विधानसभा में पेश बजट जनता की आशाओं व आकांक्षाओं के साथ छलावा है। इस बजट से प्रदेश का विकास व यहाँ की 22 करोड़ जनता का हित/कल्याण संभव नहीं है। यही बुरा हाल इनके पिछले बजटों का भी रहा है, जो जनहित/जनकल्याण के मामलें में बीजेपी की कमजोर इच्छाशक्ति का परिणाम है।
— Mayawati (@Mayawati) February 18, 2020
उन्होंने आगे लिखा कि यूपी सरकार के आज के बजट में जो भी बड़े-बड़े दावे/वादे किए गए हैं वे पिछले अनुभवों के आधार पर काफी खोखले व कागजी ही ज्यादा लगते हैं. केन्द्र की तरह यूपी बीजेपी सरकार ऐसे दावे व वादे क्यों करती है जो लोगों को आम तौर पर जमीनी हकीकत से दूर तथा विश्वास से परे लगते हैं?
मंगलवार को सदन में यूपी सरकार ने 5 लाख 12 हजार 860 करोड़ 72 लाख रुपये का बजट पेश किया है. पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 के मुकाबले यह बजट 33 हजार 159 करोड़ रुपये ज्यादा है. बजट में 10 हजार 967 करोड़ 87 लाख की नई योजनाएं शामिल की गई हैं. बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने योगी सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान किये गये विकास कार्यों की जानकारी दी.