नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने दिल्ली की मौजूदा तीनों नगर निगम को एक करने का फैसला किया है. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद तीनों नगर निगमों को एक करने के साथ ही 272 वार्ड ही रखे जाएंगे, मोदी सरकार के इस फैसले की वजह से उम्मीद जताई जा रही है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव वक्त पर नहीं होगा. इससे पहले दिल्ली चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों को ऐलान करने से इनकार कर दिया था.
तीनों नगर निगम को एकीकरण का प्रस्ताव पारित होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर वार किया है. केजरीवाल ने कहा कि अगर देश के अंदर चुनाव ही टल गए तो फिर जनता की आवाज क्या बचेगी. भाजपा कहती है कि हम दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी हैं और दिल्ली की एक छोटी सी पार्टी से घबरा गए. मैं बीजेपी को चुनौती देता हूं कि हिम्मत है तो MCD के चुनाव समय पर करा के और जीत कर दिखाओ, हम राजनीति छोड़ देंगे.
इसके अलावा दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सब जानते हैं कि दिल्ली में नगर निगम के चुनाव में BJP का सफाया होने वाला था, अपनी हार से बचने के लिए उन लोगों ने पहले राज्य निर्वाचन आयोग पर दबाव डालकर चुनाव टलवा दिया और अब एक संशोधन ला रहे हैं जिसके जरिए वो चुनाव को कई महीनों के लिए टालने जा रहे हैं.
गोपाल राय भी खड़ा कर चुके हैं सवाल
इससे पहले दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि अगर एकीकरण करना ही था तो 7 साल भाजपा के पास थे तब भी किया जा सकता था, लेकिन जिस तरह से आनन-फानन में एकीकरण को माध्यम बनाकर चुनाव टाले गए हैं वो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. जिस प्रक्रिया से ये चुनाव रोका गया है वो इस बात को दर्शा रहा है कि बीजेपी का जो आंतरिक सर्वे आया उसमें बीजेपी हार रही थी तो एमरजेंसी पावर ब्रेक लगवा कर चुनाव को रोका गया है.
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