जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) अक्सर विवादों में रहती हैं और शुक्रवार को एक और विवादित बयान की वजह से वह निशाने पर आ गई हैं. पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा है कि जब तक उनके हाथ में जम्मू कश्मीर का झंडा नहीं आ जाता तब तक वह कोई दूसरा झंडा नहीं उठाएंगी.
पूर्व सीएम (Mehbooba Mufti) ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम अनुच्छेद 370 वापस लेकर रहेंगे. इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि जब तक ऐसा नहीं हो जाता, वो कोई भी चुनाव नहीं लड़ेंगी.
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महबूबा मुफ्ती ने कहा,
“जिस वक्त हमारा ये झंडा वापस आएगा, हम उस (तिरंगा) झंडे को भी उठा लेंगे. मगर जब तक हमारा अपना झंडा, जिसे डाकुओं ने डाके में ले लिया है, तब तक हम किसी और झंडे को हाथ में नहीं उठाएंगे. वो झंडा हमारे आईन का हिस्सा है, हमारा झंडा तो ये है. उस झंडे से हमारा रिश्ता इस झंडे ने बनाया है.”
पीएम मोदी पर साधा निशाना
साथ ही महबूबा (Mehbooba Mufti) ने कहा कि आज बिहार में वोट बैंक के लिए पीएम मोदी को अनुच्छेद 370 का सहारा लेना पड़ रहा है. हम आर्थिक स्तर पर बांग्लादेश से पीछे चले गए हैं. जब वे चीजों पर विफल होते हैं तो वे कश्मीर और 370 जैसे मुद्दों को उठाते हैं. वास्तविक मुद्दे पर बात नहीं करना चाहते हैं. महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा कि जब तक वह (केंद्र सरकार) हमारे हक (370) को वापस नहीं करते हैं, तब तक मुझे कोई भी चुनाव लड़ने में दिलचस्पी नहीं है.
अनुच्छेद 370 पर अभी भी विवाद
मालूम हो कि मोदी सरकार ने पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का एलान किया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था. पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस इस फैसले का विरोध कर रही है.
हाल ही में फारूक अब्दुल्ला ने भी अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करने की मांग की थी. उन्होंने कहा था, ”हमारी लड़ाई जारी रहेगी. चाहे फारूक अब्दुल्ला जिंदा रहे या नहीं. चाहे मंच पर रहे या नहीं रहे. अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए लड़ाई जारी रहेगी. चाहे मैं फांसी पर चढ़ा दिया जाऊं.”