के.के उपनाम से प्रसिद्ध गुजरात के पावरफुल शौकरशाह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भरोसेमंद के कैलाशनाथन को एक बार फिर से आगामी दो साल के लिए एक्सटेंशन दिया गया है. के कैलाशनाथन को इससे पहले भी तीन बार एक्सटेंशन दिया जा चुका है. उन्हें 2017 में मिलने वाले एक्सटेंशन का कार्यकाल दिसंबर 2019 में समाप्त होने वाला है. इसलिए उन्हें एक बार फिर से दिसंबर 2021 तक यानी अगले दो वर्षों के लिए एक्सटेंशन दिया गया है.
गुजरात कैडर के 1979 बेंच के आईएएस अधिकारी के. कैलाशनाथन एक दशक से अधिक समय तक सीएम कार्यालय में अपनी सेवा दे चुके हैं .2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था. जिसके बाद साल 2012 में अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में पदोन्नत देने के बाद 2013 में वह सेवानिवृत्ति हुए थे जिसके दूसरे ही दिन मुख्यमंत्री कार्यालय में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था.
2013 में सेवानिवृत्त होने के बाद से पिछले 6 वर्षों से लगातार उन्हे एक्सटेंशन दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफी करीबी और संकट मोचक माने जाने वाले के.के उपनाम से जाने जाते के कैलाशनाथन की गिनती पावरफुल नौकरशाह में होती है. 2014 में नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने ऐसे में गुजरात में होने वाली हर हलचल की खबर दिल्ली तक पहुंचाने में के कैलाशनाथन का किरदार काफी अहम रहा है. वह नरेन्द्र मोदी के बाद आन्नदी बेन पटेल और विजय रुपानी यानी तीन मुख्यमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं. इससे पहले 2017 में उन्हे 2 साल के एक्सटेंशन दिया गया था. जिसकी समयसीमा 2019 दिसम्बर में पूरा होने वाला है. सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री विजय रुपानी के मुख्य प्रधान सचिव के कैलाशनाथन को एक बार फिर से 2 सालों के लिए एक्सटेंशन देने का फैसला दिल्ली में लिया जा चुका है. अब इस फैसले को गुजरात में अमलीजामा पहनाया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफी करीबी और संकट मोचक माने जाने वाले के कैलाशनाथन 2007,2012 और 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
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