मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस की जांच कर रही सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में दावा किया है कि मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में किसी भी लड़की का मर्डर नहीं हुआ है. जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि शेल्टर होम परिसर से 2 कंकाल बरामद हुए थे, लेकिन फारेंसिक जांच में पता चला कि वे एक महिला और एक पुरूष के थे. सीबीआई के इस दावे पर राष्ट्रीय जनता दल ने सवाल खड़े किए हैं. आरजेडी ने आरोप लगाया है कि सीबीआई ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस को ही पूरा पलट दिया है. इसके साथ ही पार्टी ने मोदी-नीतीश पर हमला बोला और कहा कि मोदी ने कुर्सी कुमार के लिए ‘बेटी हटाओ, कुर्सी बचाओ’ लागू कर दिया है.
सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई के दावे के बाद आरजेडी ने ट्वीट कर कहा, ‘CBI ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस को ही पूरा पलट दिया! CBI के अनुसार- किसी बच्ची की हत्या हुई ही नहीं! हत्या का कोई सबूत नहीं मिला! नरकंकाल अज्ञात वयस्कों के! अब हो गया न्याय! बजाओ ताली! समझ में आया पलटू की पलटी? केस के जांच की कमान अस्थाना के पास थी! वाह मोदीजी वाह!’
CBI ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस को ही पूरा पलट दिया!
CBI के अनुसार-
– किसी बच्ची की हत्या हुई ही नहीं!
– हत्या का कोई सबूत नहीं मिला!
– नरकंकाल अज्ञात वयस्कों के!अब हो गया न्याय! बजाओ ताली!
समझ में आया पलटू की पलटी?
केस के जाँच की कमान अस्थाना के पास थी!
वाह मोदीजी वाह!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) January 8, 2020
आरजेडी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “मोदी ने कुर्सी (नीतीश) कुमार के लिए ‘बेटी हटाओ, कुर्सी बचाओ’ लागू कर दिया! कहां से लाते हैं इतनी हैवानियत? इतनी बेशर्मी? बलात्कार और हत्या करने वाला जितना दोषी है, निजी हित के लिए अपनी दुशासनी आंखें मूंदने वाला और ‘बिहार के दुशासन’ को बचाने वाला भी उतना ही बड़ा दोषी है!”
CBI ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस को ही पूरा पलट दिया!
CBI के अनुसार-
– किसी बच्ची की हत्या हुई ही नहीं!
– हत्या का कोई सबूत नहीं मिला!
– नरकंकाल अज्ञात वयस्कों के!अब हो गया न्याय! बजाओ ताली!
समझ में आया पलटू की पलटी?
केस के जाँच की कमान अस्थाना के पास थी!
वाह मोदीजी वाह!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) January 8, 2020
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में दावा किया है कि वहां पर किसी भी लड़की की हत्या नहीं हुई है. जिनके मर्डर का शक था, वे सब बाद में जिंदा मिली हैं. कोर्ट में सीबीआई की ओर से अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल पेश हुए हैं. सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि हत्या का कोई सबूत नहीं मिला है. जिनके मर्डर का शक था, वे सभी सभी 35 लड़कियों को जीवित पाया गया है. वहां से जो हड्डियां मिली हैं, जो कुछ अन्य व्यस्कों की हैं. दावा किया गया है कि सीबीआई जांच में साफ हो गया है कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में किसी भी नाबालिक की हत्या नहीं की गई है.