Nal se Jal Yojna: गुजरात में सभी परिवारों तक नल के माध्यम से जल पहुंचाने का कार्य 2022 तक पूरा हो जाएगा. इस बात की जानकारी गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को दी. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र द्वारा निर्धारित की गई समय सीमा 2024 से बहुत पहले 2022 तक ही राज्य में सभी परिवारों को ‘नल से जल योजना’ के तहत पेयजल कनेक्शन मिल जाएगा. Nal se Jal Yojna
सीएम रूपाणी ने राज्य में जलापूर्ति की स्थिति पर कांग्रेस विधायकों द्वारा सदन में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राज्य में अभी 17 लाख परिवारों को इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत शामिल किया जाना बाकी है जिसका (योजना का) लक्ष्य नलों के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति करना है. Nal se Jal Yojna
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सीएम रूपाणी ने विधान सभा में कहा, ‘‘उत्तर गुजरात के लोग सालों से संपदूषित भूजल से परेशान हैं. हमें हैंडपंप पर अपनी निर्भरता खत्म करना चाहते हैं और नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल प्रदान करना चाहते हैं. वैसे तो प्रधानमंत्री ने 2024 का लक्ष्य (समयसीमा) तय किया है लेकिन गुजरात उसे अगले 17 महीने में ही हासिल कर लेगा.’’ Nal se Jal Yojna
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने ‘नल से जल’ परियोजना के लिए 4000 करोड़ रूपये आवंटित किये हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि इसके लिए अब तक 82 फीसदी काम पूरा हो चुका है.
शुद्द पानी के लिए कई योजनाएं
बता दें कि राज्य के समस्त ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोगों के पीने के शुद्ध पानी की आपूर्ति के लिए सरकार ने कई योजनाओं की शुरुआत की है. जलापूर्ति के लिए 13600 गांव और 209 शहरी क्षेत्र को समाहित करते हुए 1.26 लाख किलोमीटर राज्य व्यापी जलापूर्ति ग्रीड का निर्माण किया गया है. Nal se Jal Yojna
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समग्र देश के नागरिकों के लिए नल से जल योजना शुरू की है. इसके तहत गुजरात में भी 82 फीसदी घरों तक पाइपलाइन पहुंच चुका है, इसे सौ फीसदी करने के लक्ष्य को लेकर काम जारी है. नर्मदा कैनाल और अन्य बड़े डैम आधारित पाइप लाइन के जरिए इसे पूरा किया जाएगा. आदिवासी क्षेत्रों में उप योजना के तहत 2841 गांवों के विकास के लिए 1941 गांवों के लिए मंजूरी जलापूर्ति योजना पर 1000 करोड़ का प्रावधान बजट में किया गया.