अहमदाबाद: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का भारत यात्रा का काउंटडाउन शुरु हो चुका है. गुजरात सरकार ट्रंप का स्वागत यादगार बनाना चाहती है. गुजरात सरकार ने अहमदाबाद के कई इलाकों की तस्वीर ही बदल दी है. जनता के टैक्स से जमा हुए पैसे का गुजरात सरकार अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वागत के लिए पानी की तरह बहा रही है, और एक ऐसे गुजरात की तस्वीर बनाने की कोशिश की जा रही है जिसमें गरीबी नहीं बल्कि गरीबों को छिपाया जा रहा है. गुजरात में जब भी किसी अन्य देश का राष्ट्राअध्यक्ष आता है. तब खास तौर से शहर के रोड रास्तों को चमका दिया जाता है. लेकिन इस बार सरकार पहले तो दीवाल बनाकर और अब 45 परिवार को नोटिस देकर गरीबों का आशियान छीनने की कोशिश कर रही है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गुजरात दौरे से पहले अहमदाबाद में मोटेरा स्टेडियम के पास स्लम में रहने वाले 45 परिवारों पर बेघर होने का संकट आ गया है. अहमदाबाद नगर निगम ने 45 परिवारों को उनके रहने की जगह को खाली करने का नोटिस दिया है. इसी मोटेरा स्टेडियम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम का आयोजन होना है. निर्माण कार्य में लगे स्लम में रहने वाले करीब 200 परिवारों का कहना है कि उन्हें यहां से जाने के लिए कहा गया है. परिवारों का कहना है कि वे दो दशकों से यहां रह रहे हैं और ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम की वजह से उन्हें यहां से हटाया जा रहा है.
अहमदाबाद नगर निगम की तरफ से यह कदम उस वक्त उठाया गया है जब कुछ ही दिन पहले लंबी दीवाल बनाकर झुग्गियों को ढकने की कोशिश की गई है. यहां पिछले 22 साल से रहने का दावा करने वाले शख्स तेजा मेडा ने बता कि नोटिस देने आए नगर निगम के अधिकारी ने हमें जल्द से जल्द से यह जगह खाली करने को कहा. उन्होंने हमसे कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति मोटेरा स्टेडियम आने वाले हैं ऐसे में वे चाहते हैं कि हम यहां से चले जाएं.
जिन 45 परिवारों को अहमदाबाद नगर निगम एस्टेट्स और टाउन डेवलपमेंट विभाग की तरफ नोटिस दिया गया है वे उन 65 परिवारों में शामिल हैं जो मोटेरा स्टेडियम से करीब 1.5 किलोमीटर दूर रहते हैं. दाहोद के रहने वाले 24 वर्षीय पंकज दामोर का कहना है कि अधिकारियों ने उनसे कहा कि तुम लोगों का जहां मन करें वहां चले जाओ. पंकज का कहना है कि हर परिवार में कम से कम 4 लोग हैं. इतने कम समय में वे सभी लोग कहा जाएंगे.
ट्रंप के गुजरात दौरे से देश को काफी फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन अभी पिछले दिनों रोड शो के रास्ते पर खड़े होने के लिए लोगों से पुलिस से कार्ड बनवाने का निर्देश दिया गया था. उससे पहले गरीब बस्ती को छिपाने की कोशिश की गई है. अब लोगों के सपने के आशियाना को छीना जा रहा है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि ट्रंप के दौरे गरीबों को क्यों परेशान किया जा रहा है?