भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में देश में धार्मिक आयोजनों पर पाबंदी लगी हुई है. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने भी मुहर्रम के जुलुस को निकालने की याचिका को खारिज कर दिया था. उधऱ धार्मिक स्थलों के बंद होने पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-एत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने सड़क पर नमाज पढ़ने की धमकी दी है.
AIMIM सांसद इम्तियाज जलील ने कहा, ‘जब व्यवसाय, कारखाने, बाजार- हाइवे खोले गए हैं, यहां तक कि बसें, ट्रेन और उड़ानें भी संचालित हो रही हैं, तो सरकार ने धार्मिक स्थल क्यों बंद किया है. राजस्व के लिए शराब की दुकानें भी खोल दी गई और सीमित लोग शादी-विवाह में शामिल हो सकते हैं. केवल धार्मिक स्थानों को क्यों बंद किया गया है.’
We all waited and cooperated with the govt for six months to improve our medical infrastructure n now that everything is open why keep shut only religious places! Illogical. My ultimatum to Maharashtra govt to open all Mandirs from sept 1 and we will open all masjids from sept 2!
— imtiaz jaleel (@imtiaz_jaleel) August 26, 2020
इम्तियाज जलील ने कहा, ‘हम आखिर कब तक इंतजार करेंगे? मैं उन तमाम हिंदुओं से अनुरोध करना चाहता हूं कि वह तमाम मंदिर और पूजा स्थल खुलवाने में लग जाएं. हम दो सितंबर को राज्य में स्थित तमाम मस्जिदों को खुलवाने का आह्वान करेंगे. सरकार अगर इजाजत दे तो ठीक नहीं तो हम सड़क पर नमाज़ पढ़ेंगे.’
AIMIM सांसद इम्तियाज जलील की धमकी पर बीजेपी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के बेटे एनवी सुभाष ने AIMIM द्वारा दिए गए अल्टीमेटम को हास्यास्पद करार दिया है.
ओवैसी ने बोला हमला
उधर AIMIM पार्टी के हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर के जरिए हिंदुत्व मुद्दे को लेकर हमला बोला है.
उन्होंने सवालिया अंदाज में पूछा कि
‘हिंदुत्व का प्रचार करने वाले क्या आप सच में यकीन करते हैं कि यहां पर बहुसंख्यकों को सताया गया है? सच में अगर लॉजिकली डेटा देखें तो मुस्लिमों, आदिवासी और दलित समुदाय के लोगों को भेदभाव का सामना करना पड़ा है. यही असुरक्षा की भावना भारत को विनाशकारी रास्ते पर ले जाएगा.’
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ओवैसी इससे पहले गुरुवार को डिजिटल मंच पर बीजेपी के सांसद और फायरब्रांड नेता सुब्रमण्यम स्वामी के साथ दिखे थे.
इस दौरान सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी भारत को हिंदू राष्ट्र नहीं बना रही है और संविधान भी इसकी अनुमति नहीं देता है. उन्होंने कहा कि जब तक बीजेपी हिंदुत्व की विचारधारा नहीं छोड़ेगी तब तक वह सत्ता में रहेगी.
उन्होंने कहा, ‘कई सालों से कांग्रेस हिन्दुओं को विभाजित करने और अल्पसंख्यकों को एक रखने में सफल रही और इसलिए वह समय समय पर बार-बार सरकार बनाने में सफल रही.’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कथित तौर पर आर्य द्रविड़, जाति इत्यादि के ‘निरर्थक’ ऐतिहासिक विचारों के आधार पर हिंदुओं को विभाजित किया. हिंदुत्व की विचारधारा के कारण बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ा है. अगर हिंदुत्व की विचारधारा बनी रहेगी तो हम आगे भी चुनाव जीतेंगे.
SC का मुहर्रम के जुलुस से इनकार
उधर सुप्रीम कोर्ट ने मुहर्रम का जुलूस निकालने की अनुमति मांग रही याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया है.
कोर्ट ने कहा कि हर जगह स्थानीय प्रशासन स्थिति के हिसाब से निर्णय लेता है.
पूरे देश पर लागू होने वाला कोई आदेश नहीं दिया जा सकता.
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि अगर मुहर्रम के मौके पर ताजिया का जुलूस निकालने की अनुमति दी गई तो इसके बाद कोरोना फैलाने के लिए एक समुदाय विशेष को निशाना बनाया जाएगा.
मालूम हो कि शिया धर्म गुरु कल्बे जव्वाद ने इस मामले में याचिका दाखिल की थी. मामला सुनवाई के लिए चीफ जस्टिस एस ए बोबड़े को अध्यक्षता वाली बेंच में लगा.
धर्मगुरु की तरफ से पेश वकील ने कहा कि पूरा एहतियात बरतते हुए जुलूस निकालने की अनुमति दी जानी चाहिए जिस तरह पूरी में रथ यात्रा की अनुमति दी गई.
पर्यूषण पर्व के दौरान जैन समुदाय को मंदिर में जाने की अनुमति दी गई. वैसा ही इस मामले में भी किया जाना चाहिए.
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