लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मौजूद अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि के मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं. पुलिस मामला दर्ज कर हत्या या फिर आत्महत्या के बीच की कड़ी को तलाश कर रही है. पुलिस ने महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से मिले सुसाइड नोट के मुताबिक उनके शिष्य आनंद गिरि पर सुसाइड के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महंत नरेंद्र गिरी को श्रद्धांजलि देते हुए इस मामले की हाईकोर्ट के मौजूदा जज से जांच कराने की मांग की है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महंत नरेंद्र गिरी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी मृत्यु को लेकर अलग-अलग खबरें आईं है. यह एक बड़ा विषय है कि उनकी मृत्यु कैसे हुई. न केवल आम लोग, अखाड़ा परिषद से जुड़ लोग भी चाहते हैं महंत गिरि की मौत की सच्चाई सामने आए. इसलिए हाई कोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता में इस मामले की जांच होनी चाहिए.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगे कहा कि उनके परिवार के साथ-साथ हम सब दुखी हैं. मैं उनको याद करता हूं और श्रद्धांजलि देता हूं. उनके अनुयायियों, साथियों और सहयोगियों को इस क्षति पर जो दुख हुआ उसे सहन करने की शक्ति मिले.
गौरतलब है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में उनके शिष्य आनंद गिरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत एफआईआर दर्ज़ की गई है. ये एफआईआर एक अन्य शिष्य अमर गिरी पवन महाराज द्वारा दर्ज़ कराई गई शिकायत के आधार पर दर्ज़ की गई है. पुलिस मामला दर्ज कर हर पहलु से जांच कर रही है.
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