नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हेराल्ड हाउस स्थित यंग इंडिया के कार्यालय को सील कर दिया है. ईडी ने कल कार्यालय की तलाशी ली थी और तब से उसे सील कर दिया गया है. सोनिया गांधी के पास यंग इंडियन कंपनी के 38 प्रतिशत शेयर हैं और राहुल गांधी के पास इतने ही शेयर हैं. यंग इंडियन वह कंपनी है जिसने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड यानी एजेएल का अधिग्रहण किया था.
नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने मंगलवार को हेराल्ड हाउस समेत 12 जगहों पर छापेमारी की. इस मामले में सोनिया और राहुल गांधी से पूछताछ भी की गई है. पूछताछ के दौरान ईडी ने सोनिया गांधी से सवाल किया था कि एजेएल के अधिग्रहण में 90 करोड़ रुपये के कर्ज का जिक्र क्यों नहीं किया गया और डोटेक्स कंपनी से 1 करोड़ रुपये का कर्ज कहां से लिया गया. इसका जवाब देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि उन्हें इन सब बातों के बारे में नहीं पता था लेकिन मोतीलाल वोरा को पता था.
मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से ईडी की जांच
ईडी को शक है कि डोटेक्स कंपनी द्वारा यंग इंडिया को दिया गया एक करोड़ रुपये का कर्ज मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए दिया गया. अधिग्रहण में यंग इंडिया कंपनी को एजेएल के 9 करोड़ शेयर मिले. सोनिया और राहुल गांधी ने कहा कि मोतीलाल वोरा पैसे का लेन-देन का पूरा मामला देख रहे थे. आपको बता दें कि यंग इंडिया के 4 शेयर होल्डर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडिस थे. कंपनी में सोनिया और राहुल की 76 फीसदी हिस्सेदारी थी. नेशनल हेराल्ड ने कांग्रेस को अपना कर्ज चुकाने के लिए 90 करोड़ का कर्ज दिया, जिसे बाद में पार्टी ने माफ कर दिया था.
कांग्रेस मुख्यालय की सुरक्षा बढ़ाई गई
जानकारी के अनुसार नेशनल हेराल्ड कार्यालय को सील करने की कार्रवाई के बाद ईडी ने सुरक्षा के तहत कांग्रेस मुख्यालय पर सुरक्षा बढ़ा दी है. साथ ही कांग्रेस कार्यालय के बाहर की सड़क को भी सील कर दिया गया है. पुलिस को आशंका है कि कार्यालय सील होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता हिंसक विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं.
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