आज देश में राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day) मनाया जा रहा है. इस मौके पर खेल के क्षेत्र में योगदान के लिए इससे जुड़े खिलाड़ियों और कोचों को सम्मानित किया जाता है. हालांकि एथेलेटिक्स कोच पुरुषोत्तम राय की किस्मत शायद खेल पुरस्कारों का इंतजार नहीं कर पाई. पुरुषोत्तम राय का शुक्रवार को निधन हो गया. उन्हें आज खेल दिवस पर वर्चुअल अवॉर्ड समारोह में द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिलना था.
पुरुषोत्तम राय को लाइफटाइम श्रेणी में द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया जाना था. 79 वर्षिय राय की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हो गई.
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राय को खेल मंत्रालय के इस बार के नए नियम से अवॉर्ड हासिल करने में आसानी हुई.
इस बार खेल मंत्रालय ने नया नियम निकाला था जिसके अनुसार कोई खिलाड़ी और कोच खुद को अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट कर सकते थे.
इस नियम की सहायता से वे बाद मंत्रालय की नजर में आए और उन्हें द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए चुना गया. इससे पहले बेंगलुरु के इस दिग्गज कोच का नाम स्टेट एसोसिएशन में हमेशा फंस जाता था.
देश को दिए कई एथलीट
राय ने देश के लिए कई बेहतरीन एथेलिट तैयार करके दिए. इनमें एमके आशआ, ईबी शयला, रोसा कुट्टी, अश्विन नचप्पा, मुरली कुट्टन,और जीजी परमिला जैसे खिलाड़ी शामिल हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से देश का मान-सम्मान बढ़ाया.
राय ने 1987 की विश्व एथेलेटिक्स चैम्पियनशिप, 1988 की एशियन ट्रैक एंड फील्ड चैंपियनशिप सहित कई टूर्नामेंट्स के लिए भारतीय टीम को भी कोचिंग दी.
खेल दिवस की धूम
देश हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day) मनाता है. यह दिन हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है.
इस दिन देश के राष्ट्रपति, राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार जैसे अवार्ड नामित लोगों को देते हैं.
ऑनलाइन दिए जाएंगे पुरस्कार
29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं. कोरोना के कारण इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कार वर्चुअल तरीके से दिए जाएंगे. ऐसा पहली बार होगा, जब खेल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति भवन में अवॉर्ड सेरेमनी नहीं होगी.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस साल अलग-अलग सात वर्गों में 74 खिलाड़ियों और कोच को पुरस्कार देंगे. इस साल पहली बार एक साथ पांच खिलाड़ियों को खेल रत्न मिलेगा.
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इस बार क्रिकेटर रोहित शर्मा समते महिला पहलवान विनेश फोगाट, टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा, महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल और 2016 के पैरालिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट मरियप्पन थांगावेलू को सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया जाएगा.
आज आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे और पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ी अपने अपने शहर के स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सेंटर से जुड़ेंगे. खेल मंत्री किरण रिजिजू और कुछ और महत्वपूर्ण मेहमान विज्ञान भवन से इस कार्यक्रम में जुड़ेंगे.
पीएम मोदी का संदेश
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि दी और प्रतिभाशाली एथलीटों के लिए परिवारों और कोच की सराहना भी की है.
राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेजर ध्यानचंद को ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी. पीएम ने ट्वीट किया, ‘आज राष्ट्रीय खेल दिवस पर, हम मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि देते हैं, जिनकी हॉकी स्टिक के साथ जादू को कभी नहीं भुलाया जा सकता. आज हमारे प्रतिभाशाली एथलीटों की सफलता के लिए परिवारों, कोचों और सहयोगी कर्मचारियों द्वारा दिए गए उत्कृष्ट समर्थन की सराहना करने का भी दिन है.’
ददा की याद में मनाया जाता है खेल दिवस
मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर कहा जाता है. उनका जन्म 29 अगस्त 1905 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में एक राजपूत परिवार में हुआ था. उन्हें हॉकी के सबसे महान खिलाड़ी के तौर पर याद किया जाता है. उनको हॉकी का जादूगर कहने के पीछे का कारण उनका मैदान पर प्रदर्शन है. उन्होंने साल 1928, 1932 और 1936 में तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते. उन्हीं के नाम पर राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day) मनाया जाता है.
वह ददा के नाम से भी जाने जाते थे. बर्लिन में 1936 में हुए ओलंपिक खेलों के बाद उनके प्रदर्शन से प्रभावित होकर हिटलर ने उन्हें डिनर पर आमंत्रित किया था. हिटलर ने उन्हें जर्मनी की तरफ से हॉकी खेलने का प्रस्ताव भी दिया था लेकिन मेजर ध्यानचंद ने इसे ठुकरा दिया और कहा कि उनका देश भारत है और वे इसके लिए ही खेलेंगे.