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निर्भया आरोपियों के सजा-ए-मौत का दिन करीब, फांसी से पहले जेल प्रशासन ने पूछी अंतिम इच्छा

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निर्भया गैंगरेप केस के चारों गुनहगारों की फांसी की तैयारी शुरू हो गई है. तिहाड़ जेल प्रशासन ने गुनहगारों को नोटिस जारी करके उनकी अंतिम इच्छा के बारे में पूछा है. जेल प्रशासन ने गुनहगारों से कई सवाल भी पूछे हैं. दरअसल जेल मैन्युअल के मुताबिक, सजा-ए-मौत की सजा पाए कैदियों से फांसी से पहले उनकी अंतिम इच्छा के बारे में पूछा जाता है और उनकी इच्छा को पूरा कराया जाता है. मिल रही जानकारी के अनुसार जेल प्रशासन ने प्रॉपर्टी किसके नाम ट्रांसफर करना चाहते हैं? कोई धार्मिक किताब पढ़ना चाहते हैं या किसी धर्मगुरु को बुलाना चाहते हैं? 1 फरवरी से पहले तिहाड़ जेल प्रशासन इन इच्‍छाओं की पूर्ति करेगा. वहीं दूसरी तरफ निर्भया के दोषी कोर्ट में अपनी फांसी की सजा को और लंबा खींचने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं.

जेल सूत्र बता रहे हैं कि चारों में से एक विनय ने फांसी के खौफ में दो दिनों तक खाना नहीं खाया. बुधवार को खाना खाने के लिए कहा गया तो थोड़ा खाना खाया. पवन बहुत कम खाना खा रहा है. मुकेश और अक्षय पर सामान्‍य तौर पर खाना खा रहे हैं. मुकेश फांसी को टालने के लिए अपने बचाव में सभी कानूनी दांवपेंच आजमा चुका है. उसकी दया याचिका भी राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद खारिज कर चुके हैं.

जेल सूत्रों के अनुसार, चारों दोषियों को तिहाड़ के जेल नंबर-3 में अलग-अलग सेल में रखा गया है. हर दोषी के सेल के बाहर दो सिक्यॉरिटी गार्ड तैनात हैं. इनमें से एक हिंदी और इंग्लिश का ज्ञान ना रखने वाला तमिलनाडु स्पेशल पुलिस का जवान और एक तिहाड़ जेल प्रशासन का होता है. हर दो घंटे में गार्ड को आराम दिया जाता है और दूसरे गार्ड शिफ्ट संभालते हैं. इस तरह चारों दोषियों के लिए कुल 32 सिक्यॉरिटी गार्ड तैनात किए गए हैं.