महाराष्ट्र में बीजेपी और एनसीपी के गठबंधन नई सरकार के गठन को लेकर जहां विपक्ष हमलावर नजर आ रहा है. और मामले को लेकर सुप्रिम कोर्ट पहुंच गया है. वहीं महाराष्ट्र में चल वाले सियासी हंगामा में अब गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल मैदान में उतरते हुए नजर आ रहे हैं. पटले ने राष्ट्रवादी कांग्रेस के सुप्रिमो शरद पवार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विदेशी मूल के मुद्दे पर कांग्रेस से अलग होने वाले अब शिवसेना व कांग्रेस के साथ मिलकर अप्राकृतिक गठबंधन बना रहे है.
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव से पहले भाजपा व शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा, लेकिन परिणाम आने के बाद शिवसेना के मन में मुख्यमंत्री पद का लालच आ गया, इसलिए उसने जन मानस का अपमान करते हुए अन्य विचारधारा के दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने के प्रयास शुरू कर दिए. उन्होंने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार पर हमला करते हुए कहा कि एनसीपी का गठन ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे को लेकर हुआ था. सरकार बनाकर मंत्रालयों को बांटने की लड़ाई में अब तक सरकार नहीं बना सके और भाजपा के देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सरकार बनी है, जो मजबूत व स्थिर सरकार होगी.
नितिन पटेल ने कहा केंद्र व महाराष्ट्र में एक ही दल भाजपा की सरकार होगी तो राज्य में तेजी से विकास कार्य होंगे. महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा व शिवसेना को सरकार बनाने का बहुमत दिया था, लेकिन शिवसेना लगातार उसकी अवहेलना कर रही थी. नितिन पटेल का यह भी आरोप है कि चुनाव परिणाम के एक माह बाद तक सरकार नहीं बनने के लिए एनसीपी कांगेस को और कांग्रेस एनसीपी को दोष देती रही, लेकिन एनसीपी के अजीत पवार ने भाजपा के साथ आकर महाराष्ट्र को स्थिर सरकार देने का रास्ता साफ किया है.
गौरतलब है कि एक ही रातोरात बगावत कर भाजपा के साथ हाथ मिलाने के अजित पवार के फैसले ने उनके चाचा शरद पवार के विद्रोह की याद ताजा कर दी है. और आज कुछ उसी तरीके का खेल उनका भतीजा उनके साथ खेल रहे हैं. लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि इस सियासी खेल में चाचा या फिर भतीजा किसकी जीत होती है.