गुजरात में बीआरटीएस बस से हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए गुजरात सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है. इस फैसला के तहत अब बीआरटीएस ट्रैक पर अन्य वाहनों के चलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. ऐसे में अब अगर कोई बीआरटीएस ट्रैक में वाहन चलाते पकड़ा जाएंगे तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाड़ेजा की अध्यक्षता में पुलिस अधिकारी तथा परिवहन विभाग के अधिकारियों की मिली बैठक में यह फैसला लिया गया है.
अहमदाबाद-सूरत में पिछले दिनों बीआरटीएस बस की टक्कर से 7 लोगों की मौत हो गई थी. इसके अलावा आए दिन बीआरटीएस बस से दुर्घटनाओं के मामले सामने आते रहते हैं. प्रदेश की राजधानी गांधीनगर में गृहराज्य मंत्री की अध्यक्षता में मिली पुलिस अधिकारी व परिवहन निगम की बैठक में इन तमाम पहलुओं पर विचार- विमर्श किया गया. इस बैठक के बाद गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने बताया कि बीआरटीएस बस से हो रही दुर्घटनाओं को लेकर सरकार चिंतित है. दुर्घटनाओं का मुख्य कारण यह है कि वाहन चालक बीरआटीएस ट्रैक में अवैध रूप से घुसकर वाहन चालते हैं. बीआरटीएस बस से हुई दुर्घटनाओ में किसकी गलती है, यह पूरी तरह से स्प्ष्ट नहीं हुआ है. इसलिए बीआरटीएस ट्रैक के तमाम रूट पर सीसीटीवी लगाने के आदेश दे दिए गए.
इतना ही नहीं बीआरटीएस बस चालकों को धीमी गति से बस चलाने के निर्देश के साथ ही साथ रूट पर जगह-जगह स्पीड ब्रेकर भी लगाने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि बीआरटीएस ट्रैक पर निजी वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. अगर कोई भी व्यक्ति बीआरटीएस रूट पर वाहन चलाते हुए पकड़ा जायेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
लेकिन सवाल ये उठता है कि अहमदाबाद के पूर्वी इलाके में जहां रोड से ज्यादा बीआरटीएस ट्रेक को जगह दी गई है और आए दिन रोड-रास्ते पर खुदाई का काम चलता रहता है वहां के लोगों का क्या होगा. अहमदाबाद के सारंगपुर ब्रिज उतरते ही गोमतीपुर, रखिलाय, अजितमील जैसे इलाके से होने वाली बीआरटीएस ट्रेक बनाने के लिए रास्ते के ज्यादातर हिस्से को इस्तेमाल कर लिया गया है ऐसे में लोग शौक से नहीं बल्कि मजबूरी में बीआरटीएस ट्रैक से जाने को मजबूर होते हैं.