गांधीनगर: कोरोना के बढ़ते आतंक के बीच जहां सरकार ने तालाबंदी कर इस खतरनाक वायरस पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है. वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्यकर्मी दिन रात मेहनत कर अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं. बावजूद इसके स्वास्थ्यकर्मियों पर अक्सर जानलेवा हमला होने की खबर आ रही है. ऐसे में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का पता लगाने के लिए जाने वाली स्वास्थ्य कर्मचारियों की टीमों पर होने वाले हमले की घटनाओं को गंभीरता से लिया है.
मुख्यमंत्री ने महानगरों में सर्वेलन्स में जाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों पर हमलों की घटनाओं से सरकार की ओर से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने संबंधित क्षेत्रों में स्थानीय अग्रणियों को सर्वेलन्स कार्य में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ जुड़ने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि स्थानीय अग्रणियों के ऐसा करने से सर्वेलन्स में सुरक्षा तो रहेगी ही साथ ही इस कार्य में सरलता भी होगी.
राज्य के 8 महानगरों में घोषित किए गए हॉट स्पॉट क्षेत्रों में लोगों की संपूर्ण स्क्रीनिंग करने व सर्वेलन्स रखने के भी उन्होंने निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने 8 महानगरों के महापौरों, आयुक्तों, स्थायी समितियों के अध्यक्षों के साथ शनिवार शाम को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिए की बैठक में यह निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने महानगरों में कोरोना के संक्रमण की स्थिति, इससे निपटने की तैयारी की समीक्षा भी की.
मुख्यमंत्री ने अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा आदि महानगरों में कोरोना वायरस से संक्रमित पॉजिटिव मामले अधिक संख्या में होने के कारण स्थानीय प्रशासन की ओर से की गई सर्वेलन्स, क्वारेन्टाइन सुविधा, सेनेटाइजेशन आदि सुविधाओं के बारे में गहन चर्चा की. उन्होंने कहा कि सब्जी मार्केट, किराणा स्टोर आदि सोशल गेदरिंग वाले स्थलों पर जाने से लोगों को रोकने के लिए होम डिलिवरी की व्यवस्थित योजना बनाकर स्थानीय प्रशासन की ओर से व्यवस्था के निर्देश दिए, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग रहे और लोग घरों में ही रहें.
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