आणंद डीएसपी मकरंद चौहान और खंभात डीवाईएसपी रीमा मुंशी को छुट्टी लेना भारी पड़ गया है. यह दोनों अधिकारी जब छुट्टी पर थे इसी दौरान खंभात में सांप्रदायिक हिंसा हुई. दंगा के बाद खंभात डीवाईएसपी रीमा मुंशी फौरन छु्ट्टी को छोड़ ड्यूटी ज्वाइन कर लिया था लेकिन आणंद एसपी छुट्टियों से वापस नहीं लौटे थे. जिसकी वजह से गुजरात सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इन दोनों अधिकारियों की तत्काल प्रभाव से बदली कर दिया है और अभी तक किसी भी जगह पर पोस्टिंग नहीं दी है.
गुजरात की पुलिस जब अहमदाबाद में नमस्ते ट्रंप समारोह मे व्यस्त थी उसी दौरान गुजरात के खंभात में क्रिकेट खेलने की बात को लेकर दो गुटों में झगड़े के बाद हिंसा फैल गई. हिंसा के दौरान कई मकान व गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. हिंसा में एक की मौत हो गई, पुलिस कर्मी सहित कई लोग घायल हो गये हैं. घटना के विरोध आज खंभात बंद रखा गया है. खंभात बंद के दौरान भी कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुआ जिसके बाद सरकार हरकत में आते हुए इन दोनों अधिकारियों की बदली कर दिया है.
मिल रही जानकारी के अनुसार दंगा के दौरान आणंद एसपी मकरंद चौहान अपने पिता की मौत की वजह से लंबी छुट्टी पर थे, वहीं दूसरी ओर खंभात डीवाईएसपी रीमा मुंशी भी अवकाश पर थीं जिसकी वजह से इन दोनों अधिकारियों की बदली कर दी गई है. आणंद एसपी के तौर पर अहमदाबाद शहर के ट्रैफिक के डीसीपी अजीत राज्यान को नियुक्त किया गया है जबकि खंभात डीवाईएसपी के रुप में अहमदाबाद एंटी करप्शन ब्यूरो के डीवाईएसपी भारती पांड्या को नियुक्त किया है.