नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर चल रही है, इस बीच ओमीक्रॉन वेरिएंट का कम्युनिटी स्प्रेड का संकेत मिल रहा है. INSACOG के अनुसार देश में कोरोना का ओमीक्रॉन वेरिएंट कम्युनिटी ट्रांसमिशन के पहले स्टेज पर पहुंच गया है. नतीजतन, कई शहरों में संक्रमण के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. हालांकि राहत की बात यह है कि देश में लगातार दूसरे हफ्ते ‘आर वैल्यू’ में कमी आई है और देश में तीसरी लहर दो हफ्ते में चरम पर पहुंच जाएगी, ऐसा आईआईटी मद्रास ने दावा किया है.
देश में कोरोना वायरस के विभिन्न रूपों की जांच करने वाली सरकारी संस्था इंडियन SARS-Cove-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने कहा कि ओमीक्रॉन वेरिएंट देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के चरण में प्रवेश कर गया है. इसके अलावा, भारत में ओमाइक्रोन के एक उप-संस्करण बीए2 के मामले पाए गए हैं, जिससे निकट भविष्य में कोरोना के और मामले सामने आ सकते हैं.
यह वायरस कैसे फैलता है, यह समझने में मदद के लिए संस्थान कोरोना के विभिन्न वायरस की जांच करता है. संगठन की रिपोर्ट कहती है कि यह मुद्दा कई शहरों के लिए चिंताजनक हो सकता है. अधिक चिंताजनक बात यह है कि ओमीक्रॉन संस्करण में 28 से अधिक उत्परिवर्तन हुए हैं. ओमीक्रॉन वेरिएंट के नए म्यूटेशन ‘स्टील्थ ओमीक्रॉन’ के मामले 40 से अधिक देशों में देखे गए हैं.
हालांकि, राहत की बात यह है कि देश में लगातार दूसरे सप्ताह आर-वैल्यू में गिरावट आई है और देश में तीसरी लहर दो सप्ताह में यानी 6 फरवरी तक अपने चरम पर पहुंच जाएगी, आईआईटी मद्रास के एक अध्ययन में यह दावा किया गया है. ‘आर-वैल्यू’ से पता चलता है कि एक व्यक्ति कितने लोगों को कोरोना से संक्रमित कर सकता है. अध्ययन में कहा गया है कि अगर दर एक से नीचे जाती रही तो महामारी खत्म मानी जाएगी.
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