10 जनवरी को होने वाले गुजरात विधानसभा का विशेष सत्र तूफानी होने वाला है. क्योंकि एक तरफ जहां गुजरात सरकार जहां CAA-NRC को लेकर प्रस्ताव पास करवाने का दावा कर रही है वहीं कांग्रेस NSUI-ABVP के बीच होने वाले हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कार्रवाई गुजरात में बच्चों के मौत का मामला, तिड्डियों के आतंक से किसान परेशान, महिला सुरक्षा, और फसल बीमा जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. इसके लिए कांग्रेस ने बाकायदा रणनिति भी बना चुकी है.
गुजरात विधानसभा में 10 जनवरी को एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गाया है. इस विशेष सत्र में भाजपा सीएए के समर्थन में प्रस्ताव लेकर आने की तैयारी बना रही है. वहीं कांग्रेस गुजरात की वर्तमान परिस्थिति को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. इसीलिए उम्मीद जताई जा रही है कि गुजरात विधानसभा का एक दिवसीय से विशेष सत्र काफी हंगामेदार होगा. वहीं सीएए को लेकर पिछले दिनों कांग्रेस का एक प्रतिनिधी मंडल राज्यपाल से मुलाकात कर इसे संविधान की मूल भावना के खिलाफ बताते हुए हस्ताक्षेप करने की मांग करते हुए आवेदन पत्र भी दिया है.
वहीं निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी और किसानों, महिलाओं, मजदूरों, आदिवासी, मछुआरों, खानाबदोश और निरंकुश जनजातियों सहित कई स्वैच्छिक संगठनों ने घोषणा की है कि वे 10 जनवरी को अहमदाबाद में 12 स्थानों पर नागरिकता संशोधन अधिनियम की प्रतियां जलाकर अपना विरोध दर्ज करवाने वाले हैं.