पिछले दिनों गुजरात सरकार ने एक सर्कुलर जारी कर तमाम होटल और रेस्टोरेंट के मालिकों को आदेश दिया था कि किचन के बाहर लगे नो एंट्री का बोर्ड निकाल दिया जाए. इस सर्कुलर के बाद जहां कुछ होटल मालिकों ने खुद इस बोर्ड को उतार दिया था. वहीं कुछ होटल में एमएमसी के अधिकारियों ने जबरदस्ती नो एंट्री का बोर्ड उतरवाया था. लेकिन अब फूड कमीटी से जुड़े लोग सरकार के इस सर्कुलर का विरोध कर रहे हैं और जल्द इस मामले को लेकर सीएम विजय रुपानी से मुलाकात करने का प्लान बना रहे हैं .
इस सिलसिले में जानकारी देते हुए फूड कमीटी के अध्यक्ष हीरेन गांधी का कहना है कि ऐसा करने से हमारे किचन की प्राइवेसी को खतरा है. इतना ही नहीं हम खाने में कौन कौन से मासाले का इस्तेमाल करते हैं ये तमाम चीजे लोगों को नहीं बता सकते. इसलिए इस सर्कुलर से होटल और रेस्टोरेंट मालिकों को काफी परेशानी हो रही है. जिसे मद्देनजर रखते हुए हमने जल्द ही सीएम रुपानी से मुलाकात करने का प्लान बना रहे हैं.
गौरतलब हो गुजरात सरकार ने एक सर्कुलर जारी कर ग्राहकों के हित में यह प्रावधान किया था कि किसी होटल या रेस्टोरेंट में खाने की कोई शिकायत हो या रसोई घर देखना हो तो ग्राहक उसे देख सकेंगे और इस्तेमाल की जा रही वस्तुओं का निरीक्षण भी कर सकेंगे।