नागरिकता कानून और एनआरसी पर जारी बहस के बीच अब राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर पर भी विवाद खड़ा हो गया है. सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि एनपीआर और एनआरसी में कोई संबंध नहीं है, जबकि विपक्षी दल इस पर सवाल उठा रहे हैं. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने तो इस मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को गृह मंत्रालय की रिपोर्ट पढ़ने तक की सलाह दे दी है. इतना ही नहीं उन्होंने NPR को NRC का पहला कदम बताते हुए शाह पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया.
Asaduddin Owaisi, AIMIM: Why is Home Minister misleading the nation? In Parliament he said ‘Owaisi ji NRC will be implemented in the whole country’. Amit Shah sahab, as long as the sun keeps rising from the east we will keep telling the truth. NPR is the first step towards NRC. https://t.co/toAQU3yjV3 pic.twitter.com/8vgAqne8Ce
— ANI (@ANI) December 24, 2019
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि, ‘गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर में संबंध है. अमित शाह कह रहे हैं कि दोनों में कोई संबंध नहीं है. पहले उन्हें अपने मंत्रालय की रिपोर्ट पढ़ लेनी चाहिए.
मंगलवार को समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा था कि एनपीआर का एनआरसी से कोई लेनादेना नहीं है. ओवैसी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा था, “इस मुद्दे पर ओवैसी जी के रुख से मैं बिल्कुल भी हैरान नहीं हूं. अगर हम कहते हैं कि सूरज पूर्व दिशा से उगता है, तो ओवैसी साहब कहेंगे कि यह पश्चिम से उगता है. लेकिन मैं ओवैसी जी को भी आश्वस्त करना चाहता हूं कि एनपीआर पूरी तरह से एनआरसी से अलग है और ये दोनों आपस में नहीं जुड़े हैं.