ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने संशोधित नागरिकता कानून को ले कर दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा की और केन्द्र से स्थिति नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने की अपील की. ओवैसी ने सीएए के खिलाफ सोमवार रात एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह आपकी पुलिस, दिल्ली पुलिस दंगाइयों के साथ मिल कर पथराव कर रही थी. हम इसकी (हिंसा) निंदा करते हैं…यह शर्म की बात है कि हिंसा हुई.’’
उन्होंने कहा, ‘‘दूसरे देश के राष्ट्रपति दिल्ली आते हैं और हिंसा हो जाती है. यह देश के लिए शर्म की बात है…’’ ओवैसी ने शाह से राष्ट्रीय राजधानी में हिंसा को रोकने के लिए कदम उठाने की अपील की. उन्होंने कहा कि वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव से मुलाकात करके एनपीआर पर रोक लगाने की मांग करेंगे.
गौरतलब हो कि राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले में जारी हिंसा में मरने वालों की संख्या सात हो गई है जिसमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल है. नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मौजपुर और ब्रहमपुरी में मंगलवार सुबह पत्थरबाजी की घटना सामने आई. वहीं करावल नगर में कुछ लोगों ने टायर मार्केट में आग लगा दी. हिंसक घटनाओं के चलते उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सभी स्कूलों को बंद रखा गया है. इतना ही नहीं दिल्ली मेट्रो ने भी ऐहतियातन जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एन्क्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन को बंद रखने का फैसला किया है.