गुजरात में कोरोना वायरस का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है. इस बीच गुजरात उच्च न्यायालय में कोरोना की वजह से मरने वाले लोगों के परिजन को मुआवजा देने की मांग को लेकर एक पीआईएल दाखिल की गई है. इतना ही नहीं मरने वालों के परिजन को मुआवजे मिलने में किसी दिक्कत का सामना ना करना पड़े इसलिए लोकपाल की नियुक्ति की भी मांग की गई है.
गुजरात उच्च न्यायालय के अधिवक्ता नील लखाणी ने आवेदक के रूप में एक पीआईएल दायर की है. इसमें कहा गया है कि कोरोना महामारी के कारण कई लोग अपने परिवार को खो चुके हैं. तालाबंदी के कारण कारोबार बंद हो गए हैं. इसलिए कोरोना की वजह से मरने वाले लोगों के परिवार को सरकार द्वारा उचित मुआवजा देना चाहिए.
गुजरात में कोरोना वायरस मामले एकबार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं. आलम ये है कि राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 45 हजार को पार कर गई है. पिछले चार दिनों से राज्य में कोरोना के 900 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और यह सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा. पिछले 24 घंटों में 919 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही राज्य में कुल मामलों की संख्या 45,567 तक पहुंच गई हैं.
राज्य में कोरोना के कारण 10 और लोगों की मौत हो गई है. वहीं अच्छी खबर यह है कि गुरुवार को 828 मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया. इसके साथ ही राज्य में अब तक 32,174 मरीज अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं. गुजरात में कोरोना के कारण अब तक 2091 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
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