देश में कोरोना संकटकाल के बीच पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. कीमतों में वृद्धि का सिलसिला 22 वें दिन रुकने के बाद 23 वें दिन फिर से एक बार बढ़ गया जिसके बाद राजधानी दिल्ली में 80.43 पेट्रोल और डीजल 80.53 प्रति लीटर को पहुंच गया है.
राजधानी दिल्ली में 23 वें दिन एक बार फिर से पेट्रोल की कीमतों में 5 पैसे जबकि डीजल के दाम में 13 पैसे वृद्धि दर्ज की गई. बीते 23 दिनों में पेट्रोल 9.17 रुपये प्रति लीटर और डीजल 11.23 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है.
माना जा रहा है कि कोरोना की वजह से लागू की गई तालाबंदी के दौरान सरकार की खाली हुई तिजोरी को भरने के लिए सरकार तेल की कीमतों पर भारी एक्साइज ड्यूटी लगा दी थी जिसके बाद से लगातार तेल की कीमतों में वृद्धि दर्ज की जा रही है. केंद्र सरकार ने मई महीने में पेट्रोल-डीजल के दामों पर भारी एक्साइज ड्यूटी लगा दी थी जिसके बाद पेट्रोल पर प्रति लीटर उत्पाद शुल्क 10 रुपये और डीजल पर प्रति लीटर उत्पाद शुल्क 13 रुपये बढ़ाया गया था. इतना ही नहीं दिल्ली सरकार ने भी लॉकडाउन के दौरान डीजल पर वैट की दर को बढ़ा दिया था.
देश में लगातार तेल की कीमतों में होने वाली वृद्धि ने एक नहीं कई रिकॉर्ड बनाए थे. देश में पहली बार पेट्रोल के मुकाबले डीजल महंगा हुआ था. इतना ही नहीं देश में पहली बार डीजल और पेट्रोल के दाम 80 रुपये के पार पहुंचे थे. जिससे कोरोना संकटकाल के बीच लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही थी.
देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में होने वाली लगातार वृद्धि के बाद विपक्ष रास्ते पर उतर चुकी है और केंद्र की मोदी सरकार से तेल के दामों पर लगाम लगाने की मांग कर रही है.
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