कोरोना संकटकाल में देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 19 वें दिन भी लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई. कांग्रेस जहां लगातार तेल के दामों में होने वाली वृद्धि का विरोध कर रास्ते पर उतर रही है वहीं दूसरी तरफ तेल के दाम लगातार नए-नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. जहां डीजल के दाम भारत के इतिहास में पहली बार पेट्रोल के दाम से आगे निकला था वहीं आज डीजल के दाम ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है.
19 वें दिन डीजल की कीमतों में होने वाली बढ़ोतरी के बाद भारत के इतिहास में पहली बार डीजल का दाम 80 रुपया प्रतिलीटर के पार देश की राजधानी दिल्ली में पहुंच गया है. भारत में 19 वें दिन भी तेल विपणन कंपनियों ने कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रखा.
भारत के इतिहास में पहली बार डीजल 80 के पार पहुंच गया. बीते 19 दिनों में डीजल की कीमत कुल 10.63 रुपये प्रति लीटर बढ़ी है. वहीं पेट्रोल 8.66 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है. गुरुवार को पेट्रोल की कीमत में 16 पैसे इजाफा हुआ जिसके बाद राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 79.92 रुपये हो गई. वहीं डीजल की कीमत में 14 पैसे की बढ़ोतरी हुई, जिससे राजधानी में डीजल की कीमत 80.02 पैसे प्रति लीटर हो गई.
कोरोना संकटकाल में देश में पेट्रोल-डीजल के दाम में होने वाली लगातार वृद्धि के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है. कल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर कोरोना और तेल के दाम को अनलॉक करने का तंज कसा था. वहीं दूसरी तरफ भोपाल में कांग्रेस ने साईकिल रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया था. लेकिन डीजल के दाम में होने वाली लगातार वृद्धि के बाद आम लोगों के साथ ही साथ किसानों पर भी इसका भयंकर असर पड़ने वाला है.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/maharashtra-government-also-gave-a-blow-to-baba-ramdev-ban-on-coronil/