नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बजट में वृद्धि को गति देने के तरीकों पर आयोजित एक वेबिनार को संबोधित किया. इसमें केंद्र सरकार के 16 मंत्रालयों के अलावा नीति आयोग, क्षमता निर्माण आयोग और राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.
‘वृद्धि को वित्तपोषण और आकांक्षावान अर्थव्यवस्था’ विषय पर आयोजित इस वेबिनार के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आप सभी को बधाई देता हूं. गौरव की बात है कि भारत की वित्त मंत्री भी एक महिला हैं जिन्होंने इस बार देश को बहुत प्रगतिशील बजट दिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘वित्तपोषण और आकांक्षात्मक अर्थव्यवस्था’ विषय पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश आत्मनिर्भर भारत अभियान चला रहा है. हमारे देश की निर्भरता दूसरे देशों पर कम से कम हो, इससे जुड़े प्रोजेक्ट की फाइनेंसिंग के कैसे विभिन्न मॉडल बनाए जा सकते हैं, इस बारे में मंथन आवश्यक है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि बजट में सरकार ने तेज़ ग्रोथ के मोमेंटम को जारी रखने के लिए अनेक कदम उठाए हैं. विदेशी पूंजी प्रवाह को प्रोत्साहित करके, इन्फ्रास्ट्रक्चर निवेश पर टैक्स कम करके, NIIF, गिफ्ट सिटी, नए DFI जैसे संस्थान बनाकर हमने वित्तीय और आर्थिक विकास को तेज गति देने का प्रयास किया है.
वेबिनार को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत की आकांक्षाएं प्राकृतिक खेती से, जैविक खेती से जुड़ी है. अगर कोई इनमें नया काम करने के लिए आगे आ रहा है, तो हमारी वित्तीय संस्थाएं उसे कैसे मदद करें, इसके बारे में सोचा जाना आवश्यक है. भारत ने वर्ष 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य रखा है. देश में इसके लिए काम शुरू हो चुका है. इन कार्यों को गति देने के लिए पर्यावरण के अनुकूल परियोजनाएं को गति देना आवश्यक है. ग्रीन फाइनेंसिंग और ऐसे नए पहलू का अध्ययन और कार्यान्वयन आज समय की मांग है.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/indian-ambassador-to-afghanistan-relations/