Gujarat Exclusive > देश-विदेश > तालाबंदी खत्म हो गई लेकिन कोरोना नहीं, बरतें सावधानी: पीएम मोदी

तालाबंदी खत्म हो गई लेकिन कोरोना नहीं, बरतें सावधानी: पीएम मोदी

0
841
  • कोरोना संकट के बीच PM मोदी ने राष्ट्र को किया संबोधित
  • कहा हमारी अन्य कोरोना प्रभावित देशों से स्थिति अच्छी
  • लेकिन आज सावधानी जरुरी

देश में कोरोना का कहर अपने ढलान की ओर बढ़ रहा है. त्योहारों का सीजन बिल्कुल करीब है इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित कर बड़ा पैगाम दिया.

उन्होंने देशवासियों को संबोधित कर कहा तालाबंदी जरूर खत्म हो गया है लेकिन कोरोना का कहर खत्म नहीं हुआ है.

इसलिए जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती ढिलाई खतरनाक साबित हो सकता है.

तालाबंदी खत्म हो गई लेकिन कोरोना नहीं हुआ खत्म

देश में तीन महीनों के बाद आज कोरोना के नए मामलों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई. देश में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के 46 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं.

वहीं इस दौरान 587 लोगों की मौत हो गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि देश अन्य कोरोना प्रभावित देशों के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में है. आज भी हमें सावधानी बरतने की जरूरत है.

क्योंकि स्थिति बदलने में ज्यादा देर नहीं लगती. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा भारत में रिकवरी रेट पूरी दुनिया में पहले पायदान पर है.

हम अमेरिका, ब्राजिल के अलावा अन्य कोरोना प्रभावित देशों के मुकाबले अच्छी स्थिति में है.

अन्य कोरोना प्रभावित देशों के मुकाबले हमारी से स्थिति अच्छी-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज हमारे कोरोना वॉरियर्स निस्वार्थ भावना से देश की सेवा कर रहे हैं. इनकी कोशिशों की वजह से भारत आज अच्छी स्थिति में है.

लेकिन यह समय लावरवाही का बिल्कुल भी नहीं है. अगर हम यह मान लेते हैं कि कोरोना चला गया या फिर कोरोना से अब हमें कोई खतरा नहीं है और उसके बाद सावधानी को बरतना बंद कर दिया तो फिर खुद के साथ ही साथ अपने परिवार, अपने बच्चों और घर के बुजुर्गों को बड़े संकट में डालने जैसा होगा.

कोरोना वायरस को लेकर पीएम मोदी ने एक बार फिर से चेताया कि याद रखिए जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं. भारत कठिन समय से निकलकर आगे बढ़ रहा है.

लेकिन हमारी थोड़ी सी लापरवाही हमारे गति पर बड़ा ब्रेक लगा सकती है. हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है. जीवन की ज़िम्मेदारियों को निभाना और सतर्कता ये दोनों को साथ-साथ लेकर चलेंगे तभी जीवन में ख़ुशियां बनी रहेंगी.

दो गज की दूरी, समय-समय पर साबुन से हाथ धुलना और मास्क पहनना जब तक कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं आ जाती यही एकमात्र इलाज है.

गुजराती में ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

https://archivehindi.gujaratexclsive.in/tmc-bjp-news-nrc/