केंद्रीय बजट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आत्मविश्वासी करार दिया है. उन्होंने (PM Modi) कहा है कि इस बजट से देश का आत्मविश्वास बढ़ेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के काल में यह बजट आत्मनिर्भर भारत का विजन है.
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने कहा कि इस बजट के दिल में गांव और किसान हैं. उन्होंने (PM Modi) कहा कि ऐसे बजट कम ही देखने को मिलते हैं, जिसकी शुरुआत में अच्छे रिस्पॉन्स आए.
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पीएम मोदी ने कहा,
”देश में कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के लिए, किसानों की आय बढ़ाने के लिए बहुत जोर दिया गया है. किसानों को आसानी से और ज्यादा ऋण मिल सकेगा. देश की मंडियों को और मजबूत करने के लिए प्रावधान किया गया है. ये सब निर्णय दिखाते हैं कि इस बजट के दिल में गांव हैं, हमारे किसान हैं.”
उन्होंने (PM Modi) आगे कहा,”कोरोना के चलते कई एक्सपर्ट ये मानकर चल रहे थे कि सरकार आम नागरिकों पर बोझ बढ़ाएगी, लेकिन राजकोषीय स्थिरता के प्रति अपने दायित्वों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बजट का साइज बढ़ाने पर जोर दिया.” पीएम ने लोक लुभावन और विकासशील बजट के लिए वित्त मंत्री और उनकी टीम को बधाई दी है.
पैसा देना भूल गई सरकार
उधर बजट के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया. राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार अपने कुछ उद्योगपति दोस्तों को भारत की संपत्ति सौंपना चाहती है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा,
‘‘सरकार लोगों के हाथों में पैसे देने के बारे में भूल गई. मोदी सरकार की योजना भारत की संपत्तियों को अपने पूंजीपति मित्रों को सौंपने की है.’’
मालूम हो कि आम बजट में मोदी सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और वित्तीय संस्थानों में हिस्सेदारी बिक्री से 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा गया है.
टीएमसी ने बताया ‘दूरदर्शिता रहित‘ बजट
उधर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने आम बजट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह शत-प्रतिशत ‘दूरदर्शिता रहित’ बजट है जिसकी थीम ‘सेल इंडिया’ (भारत को बेचना) है.
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओब्रायन ने कहा,
”भारत का पहला कागज रहित बजट शत-प्रतिशत दूरदर्शिता रहित बजट भी है. इस फर्जी बजट की थीम भारत को बेचना है.” उन्होंने कहा, ”रेलवे: बिक गया, हवाईअड्डे: बिक गये, बंदरगाह: बिक गये, बीमा कंपनियां: बिक गयीं, पीएसयू: 23 बिक गये.”
बिकने जा रही हैं सरकारी कंपनियां
निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए उन सरकारी कंपनियों का जिक्र किया जो बिकने वाली हैं. निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में BPCL, एअर इंडिया, कॉनकोर और SCI के विनिवेश पर मुहर लग सकती है.
इसके अलावा वित्त मंत्री ने बताया कि LIC का आईपीओ अगले वित्त वर्ष में लाने का प्लान है. साथ ही इसके अलावा IDBI में विनिवेश होगा. इसके अलावा शेयर बाजार में तेजी को देखते हुए केंद्र सरकार कुछ CPSE में हिस्सेदारी भी ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेच सकती है. वहीं अन्य प्राइवेटाइजेशन डील्स भी वित्त वर्ष 2022 तक पूरा होने का अनुमान है.
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