15वें भारत-यूरोपीय यूनियन (ईयू) शिखर सम्मलेन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरन्द्र मोदी ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. इस वर्चुअल कांफ्रेंस के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमारी पार्टनरशिप विश्व शांति और स्थिरता के लिए उपयोगी है और यह वास्तविकता आज की वैश्विक स्थिति में और भी स्पष्ट हो गई है.
पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने की हमारी कोशिशों में हम यूरोप से निवेश और प्रौद्योगिकी को आमंत्रित करते हैं. उन्होंने कहा कि हमें कोविड-19 के कारण मार्च में भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन को रद्द करना पड़ा था. यह अच्छा है कि हम वर्चुअल माध्यम से एक साथ आने में सक्षम हैं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मार्च में कोविड-19 के चलते हमें भारत-ईयू सम्मेलन को रद्द करना पड़ा था लेकिन, यह अच्छा है कि हम वर्चुअल माध्यम से एक साथ आए हैं. पीए मोदी ने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ दोनों लोकतंत्र, बहुलवाद, समावेशिता, अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के लिए सम्मान, बहुपक्षवाद, स्वतंत्रता और पारदर्शिता जैसे सार्वभौमिक मूल्यों को साझा करते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के बाद वैश्विक आर्थिक जगत में नई चुनौतियां आई हैं. इसके समाधान के लिए लोकतांत्रिक देशों को अवश्य एक साथ आना चाहिए.
भारत और EU natural partners हैं। हमारी partnership विश्व में शांति और स्थिरता के लिए भी उपयोगी है।
यह वास्तविकता आज की वैश्विक स्थिति में और भी स्पष्ट हो गयी है: पीएम मोदी pic.twitter.com/PErdpHJ07C
— BJP (@BJP4India) July 15, 2020
इस दौरान यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने कहा कि मैं भारत के जरिए यूरोपीय संघ के साथ दिखाए गए सहयोग के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. साथ ही कोरोना महामारी से लड़ने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आपकी बहुपक्षीय भूमिका के लिए शुक्रिया करता हूं.
मालूम हो कि इस साल मार्च में ब्रसेल्स में यूरोपियन यूनियन का सम्मेलन आयोजित होना था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसमें शामिल होने के लिए उपस्थित होने वाले थे. हालांकि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए तब इस सम्मेलन को रद्द कर दिया गया था. जिसके बाद अब वर्चुअल तरीके से इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है.
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