नई दिल्ली: तीनों कृषि कानूनों के वापसी पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है. राहुल गांधी ने पीएम मोदी से सवाल करते हुए ट्वीट किया कि जब पीएम ने कृषि कानूनों को बनाने के लिए मांफी मांग ली है तो संसद को बताएं कि प्रायश्चित कैसे करेंगे?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा” जब PM ने कृषि-विरोधी क़ानून बनाने के लिए माफ़ी माँगी तो संसद में बतायें कि प्रायश्चित कैसे करेंगे? लखीमपुर मामले के मंत्री को बर्खास्त कब?, शहीद किसानों को मुआवज़ा कितना-कब?, सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब?, MSP पर क़ानून कब?, इसके बिना माफ़ी अधूरी!”
इससे पहले राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि जिस तरह से संसद में बिना किसी चर्चा के क़ानून रद्द किए गए, ये दिखाता है कि सरकार चर्चा से डरती है. सरकार जानती है कि उन्होंने ग़लत काम किया है. 700 किसानों की मृत्यु, क़ानूनों को लागू करने के पीछे किसकी शक्ति थी इस पर चर्चा होनी थी पर सरकार ने नहीं होने दी. राहुल गांधी ने आगे कहा कि ये तीन क़ानून किसानों और मज़दूरों पर आक्रमण था. परन्तु किसानों और मज़दूरों की कठिनाइयां MSP, कर्ज़ माफी आदि लंबी लिस्ट है. वे अभी भी उनकी मांगें हैं, हम उनका समर्थन करते हैं.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को प्रकाश पर्व के मौके पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था. इतना ही नहीं संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक दोनों सदनों में पारित किया जा चुका है. बावजूद इसके किसान आंदोलन खत्म करने का नाम नहीं ले रहे हैं. किसानों का कहना है कि एमसएपी कानून लागू होने और मृतक किसानों को मुआवजा देने के बाद ही आंदोलन खत्म किया जाएगा.
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