रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की आज की घोषणाओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि -रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की आज की घोषणाओं से नकदी और ऋण आपूर्ति में सुधार आएगा. इन कदमों से हमारे छोटे व्यवसायों, एमएसएमई, किसानों और गरीबों को मदद मिलेगी. यह डब्ल्यूएमए की सीमा बढ़ाकर सभी राज्यों की मदद भी करेगा.
बता दें कि कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से अधिकतर लोगों के हाथ पर पैसों का अभाव हो गया है. ऐसे में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यह कहकर राहत दी कि महंगाई में गिरावट का दौर जारी रहेगा. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि मुद्रास्फीति में गिरावट का रुख है और केंद्रीय बैंक का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में मुद्रास्फीति दर घटकर उसके 4 प्रतिशत के लक्ष्य से नीचे आ जाएगी.
उन्होंने कहा कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति अपने जनवरी 2020 के शीर्ष स्तर से 1.70 प्रतिशत तक नीचे आ गई है. दास ने शुक्रवार सुबह एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘आने वाले समय में आपूर्ति पक्ष के अवरोधों के बावजूद मुद्रास्फीति और भी घट सकती है और 2020-21 की दूसरी छमाही तक यह 4 प्रतिशत के उसके लक्ष्य से भी नीचे जा सकती है.
रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि कोरोना संकट के बीच रिजर्व बैंक सभी हालात पर नजर रखे हुए है, कदम-कदम पर फैसले लिए जा रहे हैं. कोरोना संकट की वजह से जीडीपी की रफ्तार घटेगी, लेकिन बाद में ये फिर तेज रफ्तार से दौड़ेगी. उन्होंने कहा, ‘हम पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर नजर रख रहे हैं. भारत के हालात दूसरे देशों से काफी बेहतर हैं. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मौसम विभाग ने साल 2020 में मानसून अच्छा रहने का अनुमान लगाया है. इससे अर्थव्यवस्था को गति मिल सकती है, अब भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था आगे बढ़ रही है.
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