देश और दुनिया में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस ने गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में फैले कोरोना वायरस की वजह से देश संकट में है, हमें इससे सजग रहने की जरूरत है. देश में दूसरे विश्व युद्द जैसे हालात हैं लेकिन उस दौरान भी इतने खराब हालात नहीं थे. इस दौरान पीएम मोदी ने रविवार को जनता कर्फ्यू में शामिल होने की बात कही.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की वजह से पूरी मानव जाति संकट में है. भारत सरकार स्थिति पर नजर बनाए रखी है. उन्होंने कहा कि कुछ देशों में देखा गया है कि इसके लक्षण आने के बाद उसकी संख्या में अचानक विस्फोट हुआ है. ऐसे में हमें निश्चिंत होकर बैठके के बजाए सजग रहने की जरूरत है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी स्थिति में केवल एक ही मंत्र काम आता है कि हम स्वस्थ्य तो सब स्वस्थ्य. इस दौरान संय भी बरतने की जरूरत है. भीड़ से बचने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस वायरस को खत्म करने में संयम और समझदारी से काम लेना होगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संदेश में कहा कि देशवाषियों को इस महामारी से बचने के के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि खासतौर से अगले कुछ दिनों तक 60 से 65 साल की उम्र वाले व्यक्तियों से आग्रह करूंगा कि वे जब तक बहुत ज्यादा जरूरी ना हो, घर से ना निकलें. पीएम मोदी ने कहा कि देश के हर नागरिक को रविवार को जनता कर्फ्यू में शामिल होना है. 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दौरान घर में रहें और बाहर ना निकलें.