पंजाब यात्रा के दौरान पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले को लेकर कांग्रेस भाजपा आमने-सामने है. वहीं इस मामले को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी चिंता जता चुके हैं. इस पूरे मामले को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत भी बयान सामने आया है. टिकैत ने कहा कि किसानों का अपना पक्ष है. कल किसानों का हर जगह प्रदर्शन था लेकिन रास्ता रोकने का कोई कार्यक्रम नहीं था. किसान प्रधानमंत्री का काफिला रोकने के लिए नहीं बैठे थे वह बस इत्तेफाक था.
इतना ही नहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने आगे कहा कि इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए जिसमें पंजाब सरकार के अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए कि उनके क्या सुरक्षा इंतजाम थे. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री आदि किसी पार्टी के नहीं होते वह देश के होते हैं. अगर उनका कहना है कि वह बचकर आ गए हैं तो वह वहां गए क्यों थे?.
इसी मामले को लेकर एक ट्वीट कर इस पूरे मामले में पंजाब सरकार और भाजपा की मिलीभगत का आरोप लगाया है. टिकैट ने ट्वीट कर लिखा “भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा में चूक करने के कारण रैली रद्द करने की बात कहीं जा रहीं है, वहीं दूसरी और पंजाब के मुख्यमंत्री खाली कुर्सियों की बात कहकर PM के वापस लौटने का दावा कर रहे हैं. अब इस बात की जांच जरूरी है कि वापसी सुरक्षा में चूक है या फिर किसानों का आक्रोश.!”
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के बाद पंजाब सरकार चौतरफा आलोचना का शिकार हो रही है. मामले की जांच के लिए चरणजीत चन्नी सरकार ने हाई लेवल कमेटी गठित कर दी है. यह कमेटी अगले तीन दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी. पीएम की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक के बाद भाजपा कांग्रेस पर लगातार हमला बोल रही है.
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