कोरोना के महामारी को रोकने के लिए जब तालाबंदी का दौर शुरू हुआ है. लोगों ने पुलिस का एक नया चेहरा देखा है पुलिस के जवान बहादुरी से अपनी ड्यूटी निभाने के बाद बेसहार लोगों की मदद कर रहे हैं. इतना ही नहीं कई जगहों पर पुलिस के ये जवान तो भूखे और प्यासे लोगों को खाना खिलाकर सरकार से ज्यादा संवेदनशीलता दिखा रहे हैं. ऐसा ही मामला दिखा आगरा-ग्वालियर नेशनल हाई-वे पर जहां पुलिस ने चप्पलें लगा रखी हैं. ये चप्पलें उन मजदूरों के लिए हैं जो सड़क पर तेज धूप में पैदल चल रहे हैं.
दिल्ली एनसीआर में लॉकडाउन में जिंदगी थमी तो रोजी रोटी के लाले पड़ गए. अब ये मजदूर तपती दोपहरी में पैदल ही घर जा रहे हैं. लगातार चलते चलते इनकी चप्पलें टूट गईं. इसके बाद कई मजदूर तपती सड़क पर नंगे पांव चल रहे हैं.इतना ही नहीं उनके सिर पर गृहस्थी का बोझ भी है बावजूद इसके ये मजदूर लगातार चले जा रहे हैं.
ऐसे मजदूरों के लिए आगरा पुलिस राहत का सामान लेकर आई है. ऐसे मजदूरों को पुलिस चप्पल दे रही है. ताकि उनकी मीलों लंबी मुश्किलों भरी राह थोड़ी आसान हो जाए. आगरा पुलिस ने मजदूरों को सैकड़ों जोड़ी चप्पलें मुफ्त में बांट रही है. आगरा सदर के सीओ विकास जयसवाल ने कहा कि जो मजदूर बाहर से आ रहे हैं, उनके बच्चे या बड़े जो नंगे पैर चल रहे हैं उनके लिए हम कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें चप्पल दी जाए. उन्हें खाने के पैकेट और पानी भी हम दे रहे हैं.
बता दें कि सरकार और प्रशासन की तरफ से बार बार अपील के बावजूद मजदूर लगातार घर जा रहे हैं. परदेश में अब उनका सारा आसरा छिन चुका है. 50 दिन की बेरोजगारी के बाद न तो खाने का पैसा बचा है और न ही रहने के लिए घर. उत्तर भारत में गर्मी अब प्रचंड रूप दिखाने लगी है और कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/arthur-d-little-claims-corona-may-result-in-12-crore-indians-poverty-more-than-13-crore-unemployed/