राजस्थान के करौली जिले में मंदिर के एक पुजारी (Priest) को जिंदा जला दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, भूमि विवाद के कारण पुजारी (Priest) को जिंदा जलाया गया जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं पुजारी (Priest) पर पेट्रोल डालकर दर्दनाक हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
वहीं इस घटना के सामने आने बाद लोगों में काफी आक्रोश है, लोगों का कहना है कि राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप है. जानकारी के मुताबिक, पेट्रोल डालकर कुछ लोगों ने पुजारी (Priest) को जलाने की कोशिश की. बुरी तरह से झुलसे पुजारी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मौत हो गई है.
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पुजारी (Priest) ने पुलिस को बताया कि कुछ लोगों ने उस पर हमला किया था और पेट्रोल छिड़कर जिंदा जलाने की कोशिश की थी. यह विवाद मंदिर की जमीन का बताया जा रहा है. पुजारी को आय के स्त्रोत के रूप में मंदिर के ट्रस्ट की ओर से 13 बीघा जमीन दी गई थी.
क्या है पूरा मामला
यह पूरा घटनाक्रम करौली के सपोटरा थाना इलाके की ग्राम पंचायत बुकना का है. यहां मंदिर पर 50 वर्षीय बाबूलाल वैष्णव पूजा करते थे और मंदिर माफी की जमीन पर भी उन्हीं का कब्जा था. लेकिन इस जमीन को लेकर गांव के दबंग कैलाश मीणा की नजर थी. इसी जमीन पर कब्जा करने के लिए आरोपी कैलाश मीणा ने पुजारी (Priest) पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी.
आधा दर्जन आरोपियों के नाम
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक बाबूलाल वैष्णव ने मरने से पहले दिए बयान में कहा था कि मेरा परिवार 15 बीघा मंदिर माफ़ी जमीन पर खेती करता था. आरोपी कैलाश, शंकर और नमो मीणा ने उसके बाड़े पर जबरन कब्ज़ा कर लिया. पंचायत में मदिर की जमीन पर किसी व्यक्ति दवारा पुजारी (Priest) के अलावा मकान नहीं बनाने का फैसला सुनाया था. लेकिन बुधवार को आरोपी कैलाश, शंकर, रामलखन व परिवार ने बाड़े पर कब्ज़ा कर छत बनाने लगे. इसी दौरान हुए विवाद में बाजरे की कबडी और पेट्रोल डालकर पुजारी को आग के हवाले कर दिया गया.
छापेमारी में पकड़ा गया मुख्य आरोपी
मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीमें गठित की. आरोपियों के ठिकानों पर छापे मारे गए. इस मामले में आरोपी कैलाश मीणा को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया. बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है.
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा- सीएम
आपको बता दें कि इस पूरे घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया है और घटना पर दुख जताते हुए दोषियों को कड़ी सजा देने का एलान किया है. उन्होंने कहा, सपोटरा, करौली में बाबूलाल वैष्णव जी की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है,सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है. प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है. घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है एवं कार्रवाई जारी है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
सपोटरा, करौली में बाबूलाल वैष्णव जी की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है,सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है।प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है।
घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है एवं कार्रवाई जारी है।दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 9, 2020
भाजपा ने उठाए सवाल
इसके अलावा राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि घटना की जितनी निंदा की जाए, जितना दुःख जताया जाए, कम हैं. वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने लिखा ‘प्रदेश में हर तरह के अपराधों की घटनाएं बढ़ती जा रही है. सपोटरा में मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाने की घटना यह दर्शाती है कि अपराधियों में कानून का भय समाप्त हो चुका है. प्रदेश की जनता भयभीत है, डरी हुई है, सहमी हुई है, आखिर गहलोत जी आप कब तक अपराधियों के मसीहा बनकर रहोगे?’