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UNGA में पीएम मोदी बोले- संयुक्त राष्ट्र में भारत को निर्णायक भूमिका कब मिलेगी?

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 75वें सत्र को संबोधित किया. कोरोना महामारी की वजह से दुनिया में ज्यादातर कार्यक्रम वर्चुअल स्तर पर आयोजित हो रहे हैं. ऐसे में संयुक्त राष्ट्र महासभा का 75वां सत्र भी वर्चुअल स्तर पर हो रहा है. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के दौरान पीएम मोदी (Prime Minister Modi) ने कोरोना, आतंकवाद समेत कई अहम मुद्दे उठाए.

अपने संबोधन में पीएम मोदी (Prime Minister Modi) ने कहा,’130 करोड़ से ज्यादा लोगों की तरफ से सभी सदस्य देशों को बहुत बहुत बधाई देता हूं. मैं आप सभी के सामने भारत के 130 करोड़ लोगों की भावनाएं साझा करने आया हूं. 1945 से पहले की दुनिया पहले से बहुत अलग थी. उस समय और आज भी क्या संयुक्त राष्ट्र के प्रयास का पर्याप्त थे.’

प्रधानमंत्री ने आगे कहा,

एक ऐसा देश यहां विश्व की 18 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या रहती है. जिस देश में हो रहे परिवर्तनों का प्रभाव दुनिया के बहुत बड़े हिस्से पर प़ड़ रहा है. उस देश को आखिर कब तक इंतजार करना पड़ेगा. ‘UN में भारत की निर्णायक भूमिका कब? ‘ हम पूरे विश्व को परिवार मानते हैं. भारत वो देश है जिसने शांति की स्थापना में सबसे ज्यादा अपने वीर सैनिकों को खोया है. आज प्रत्येक भारतवासी संयुक्त राष्ट्र में अपने योगदान को देखते हुए अपनी व्यापक भूमिका भी देख रहा है.

पीएम मोदी (Prime Minister Modi) ने कहा, “ये बात सही है कि कहने को तो तीसरा विश्व युद्ध नहीं हुआ, लेकिन इस बात को नकार नहीं सकते कि अनेकों युद्ध हुए, अनेकों गृहयुद्ध भी हुए. कितने ही आतंकी हमलों ने खून की नदियां बहती रहीं. इन युद्धों में, इन हमलों में, जो मारे गए, वो हमारी-आपकी तरह इंसान ही थे. वो लाखों मासूम बच्चे जिन्हें दुनिया पर छा जाना था, वो दुनिया छोड़कर चले गए. कितने ही लोगों को अपने जीवन भर की पूंजी गंवानी पड़ी, अपने सपनों का घर छोड़ना पड़ा. उस समय और आज भी, संयुक्त राष्ट्र के प्रयास क्या पर्याप्त थे?”

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भारत पूरी दुनिया को बाहर निकलेगा

पीएम ने कहा,

विश्व के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक देश के तौर पर आज मैं वैश्विक समुदाय को एक और आश्वासन देना चाहता हूं. भारत की वैक्सीन प्रोडक्शन और वैक्सीन डिलीवरी क्षमता पूरी मानवता को इस संकट से बाहर निकालने के लिए काम आएगी.

पीएम मोदी (Prime Minister Modi) ने कहा कि भारत ने हमेशा पूरी मानव जाति के हित के बारे में सोचा है. न कि अपने निहित स्वार्थों के बारे में, भारत की नीतियां हमेशा से इसी दर्शन से प्रेरित रही हैं. महामारी के इस मुश्किल समय में भी भारत की फार्मा इंडस्ट्री ने 150 से अधिक देशों को जरूरी दवाइयां भेजीं हैं.

पीएम मोदी (Prime Minister Modi) ने कहा कि पिछले 8-9 महीने से पूरा विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से संघर्ष कर रहा है. इस वैश्विक महामारी से निपटने के प्रयासों में संयुक्त राष्ट्र कहां है? एक प्रभावशाली रिस्पॉन्स कहां है?

हम आत्मनिर्भर भारत की ओर

भारतीय प्रधानमंत्री (Prime Minister Modi) ने कहा, महामारी के बाद बनी परिस्थितियों के बाद हम आत्मनिर्भर भारत के विजन को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. भारत में ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी योजनाओं का लाभ, बिना किसी भेदभाव, प्रत्येक नागरिक तक पहुंचे: पीएम मोदी

उन्होंने आगे कहा कि  भारत अपने गांवों के 150 मिलियन घरों में पाइप से पीने का पानी पहुंचाने का अभियान चला रहा है. कुछ दिन पहले ही भारत ने अपने 6 लाख गांवों को ब्रॉडबैंड ऑप्टिकल फाइबर से कनेक्ट करने की बहुत बड़ी योजना की शुरुआत की है.

पीएम मोदी (Prime Minister Modi) ने कहा,’भारत की आवाज मानवता, मानव जाति और मानवीय मूल्यों के दुश्मन- आतंकवाद, अवैध हथियारों की तस्करी, ड्रग्स, मनी लॉन्डरिंग के खिलाफ उठेगी.’

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