वडोदरा: गुजरात के सूरत और अंकलेश्वर इलाके में रहने वाले प्रवासी मजदूर गृह मंत्रालय की ओर मिले छूट के बाद गुजरात सरकार की ओर की जाने वाली तमाम कागजी कार्रवाई को पूरी करने के बाद अपने घर वापस जा रहे थे लेकिन उन्हे वडोदरा में रोक दिया गया है. ये प्रवासी मजदूर अपने प्राइवेट वाहनों से गुजरात से उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुए थे लेकिन वडोदरा पहुंचते ही प्रावासी मजदूरों को आगे जाने से रोक दिया गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर राज्य छोड़ने परमीशन नहीं मिली है इसलिए उन्हें रोका जा रहा है.
प्रवासी मजदूरों को उत्तर प्रदेश सरकार से मंजूरी नहीं मिली है जिसके कारण वडोदरा गोल्डन चार रास्ते से वापस कर दिया गया है. पुलिस के इस रवैया से प्रवासी मजदूरों के गुस्से का बांध टूट गया है जिसके बाद सूरत- वडोदरा हाइवे पर बैठकर इन लोगों ने अपने गुस्सा का इजहार किया. इतना ही ये लोग सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे हैं.
वडोदरा में प्रवासी मजदूरों का हंगामा, योगी सरकार ने नहीं दी आने की इजाजत#Covid_19 #CoronaLockdown pic.twitter.com/JKWfeYW11A
— Gujarat Exclusive Hindi (@HindiGujaratEx) May 2, 2020
इन प्रवासी मजदूरों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन यानी सूरत- अंकलेश्वर से जो अनुमति मिली है उसका वक्त भी समाप्त होने वाला है. उत्तर प्रदेश पहुंचने में उन्हें लगभग 36 घंटे लगते हैं. लेकिन कुछ दूर की यात्रा करने के बाद बार-बार पुलिस रोककर पूछताछ करती है. इतना ही नहीं इस प्रवासी मजदूरों के पास खाने पीने का भी इंतजाम नहीं है जिससे इनकी परेशानी और बढ़ गई है. इन लोगों का कहना है कि हमें मालूम ही नहीं की योगी सरकार ने ऐसे लोगों को राज्य में एन्ट्री ना देने की बात कर रही है.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/coronas-knock-in-sabarmati-central-jail-5-other-inmates-report-positive/