इंडियन एयरफोर्स की ताकत लगातार बढ़ती जा रही है. फ्रांस के राफेल (Rafale) विमानों ने आसमान में भारत की ताकत को मजबूत कर चुके हैं और इसी कड़ी में फ्रांस के राफेल विमानों की एक खेप आज भारत पहुंच रही है. आज रात 10:30 बजे ये तीनों राफेल विमान गुजरात के जामनगर एयरबेस पर उतरेंगे. Rafale
फ्रांस से आ रहे तीन राफेल लड़ाकू विमान अंबाला में गोल्डन एरो स्क्वाड्रन का हिस्सा होंगे. इसकी कई खेप पहले ही इंडियन एयरफोर्स की शोभा बढ़ा रही हैं. Rafale
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अधिकारियों की मानें तो अगले महीने तक 7 से 8 राफेल और भारत आ सकते हैं. फ्रांस से उड़ान भरने के बाद तीनों लड़ाकू विमानों को UAE के रास्ते आएंगे, जहां उन्हें हवा में ईंधन भरने की सुविधा मिलेगी. यानी, अगले कुछ दिनों में ही हमारे पास 10 से ज्यादा राफेल लड़ाकू और होंगे. इसके बाद हमारे पास राफेल लड़ाकू विमानों की संख्या 21 के आसपास पहुंच जाएगी. अभी 11 लड़ाकू विमाना अंबाला की 17वीं स्क्वाड्रन का हिस्सा हैं. Rafale
जो राफेल लड़ाकू विमान बुधवार को भारत पहुंच रहे हैं, वो M88-3 Safran के डबल इंजन से युक्त हैं. जिनमें स्मार्ट वेपन सिस्टम लगाया गया है, जो दुश्मन को मिट्टी में मिला सकते हैं. Rafale
अंबाला में जमाएंगी डेरा
इन तीन राफेल के मिलने के साथ ही अब गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में राफेल की कुल संख्या 14 हो गई है. तीनों नए राफेल की तैनाती अंबाला में होंगी. यहां पर तैनाती से पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान के खिलाफ तेजी से एक्शन लिया जा सकेगा. दिलचस्प बात ये भी है कि अंबाला एयरबेस चीन की सीमा से भी 200 किमी की दूरी पर है. अंबाला में 17वीं स्क्वाड्रन गोल्डन एरोज राफेल की पहली स्क्वाड्रन होगी. Rafale
29 जुलाई को मिली थी पहली खेप
29 जुलाई को भारत को 5 राफेल फाइटर जेट्स का पहला बैच मिला था. इसके बाद 3 राफेल लड़ाकू विमानों का दूसरा बैच 4 नवंबर 2020 को आया था. तीसरे बैच के तहत 27 जनवरी को 3 राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुंचे थे. इन जेट विमानों के साथ अब तक 11 राफेल विमानों को वायुसेना के बेड़े में शामिल कर लिया गया है. भारत ने फ्रांस के साथ 2016 में 58 हजार करोड़ रुपए में 36 राफेल जेट की डील की थी.