जम्मू के बडगाम ज़िले के चदूरा स्थित तहसीलदार कार्यालय में आतंकवादियों के हमले में मारे गए कर्मचारी राहुल भट्ट की तैनाती प्रवासियों के लिए शुरू विशेष रोजगार पैकेज के तहत की गई थी. मृतक राहुल भट्ट बडगाम के शेखपुरा स्थित प्रवासी कॉलोनी में रहने वाला था. गोली लगने के बाद उनको इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना की जानकारी सामने आने के बाद से कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारी संघ द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
बडगाम के चदूरा में आतंकियों द्वारा मारे गए राहुल भट्ट के पिता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कल उसे दफ्तर में गोली मारी गई. नाम पुकारकर गोली मारी है, पहले नाम से पुकारा कि राहुल भट्ट कौन है? उसके बाद पिस्तौल से फायरिंग की, हम चाहते हैं कि इसमें सही जांच हो, ये कैसे हुआ, क्यों हुआ? थाना 100 फुट की दूरी पर था.
बडगाम ज़िले के चदूरा स्थित तहसीलदार कार्यालय में आतंकवादियों के हमले में मारे गए कर्मचारी राहुल भट्ट की मां उषा भट्ट ने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार उसके बेटे को, पत्नी को नौकरी दे, पति की मौत से गमजदा उनकी पत्नी ने कहा कि सरकार को भी हमारी फिक्र नहीं है. हमें बलि का बकरा बनाया जा रहा है.
कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा की मांग
जम्मू-कश्मीर के बडगाम में राहुल भट्ट की हत्या के बाद अनंतनाग में कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारी संघ द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदर्शन कर रहे अमित ने बताया कि पिछले 3 महीने में ये हमारे समुदाय में तीसरी हत्या है. हम सरकार से कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/gujarat-anand-shells-fell-from-the-sky/