कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एकबार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साझा है. राहुल ने भाजपा पर सोशल मीडिया ऐप व्हाट्सएप के साथ सांठगांठ के आरोप लगाए हैं. राहुल ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसका व्हाट्सएप पर नियंत्रण (Hold) है.
उन्होंने कहा कि इस प्लेटफॉर्म को भारत में भुगतान सेवा शुरू करने के लिए केन्द्र की मोदी सरकार से मंजूरी की आवश्यकता है.
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने टाइम पत्रिका की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि 40 करोड़ भारतीय वॉट्सएप का इस्तेमाल करते हैं. वॉट्सएप चाहता है कि इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल भारत में रुपयों के भुगतान के लिए भी किया जाए. इसके लिए मोदी सरकार की अनुमति की जरूरत है. इस तरह से बीजेपी का वॉट्सएप के ऊपर होल्ड (Hold) है.
कांग्रेस नेता ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट कर कहा,
“अमेरिका की टाइम मैग्जीन ने व्हाट्सएप-बीजेपी सांठगांठ का खुलासा किया है. 40 करोड़ भारतीयों द्वारा इस्तेमाल किया जाया जाने वाला व्हाट्एप से भुगतान सेवा शुरू करने के लिए मोदी सरकार की मंजूरी चाहता है. इसलिए, बीजेपी का व्हाट्सएप पर होल्ड है.”
अमेरिका की टाइम मैगज़ीन ने WhatsApp-BJP की साँठ-गाँठ का खुलासा किया:
40 करोड़ भारतीय WhatsApp इस्तेमाल करते हैं और अब WhatsApp चाहता है कि उससे पैसों का भुगतान भी किया जाए। इसके लिए मोदी सरकार की स्वीकृति की ज़रूरत है।
इसलिए, BJP की WhatsApp पर पकड़ है।https://t.co/ahkBD2o1WI
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 29, 2020
फेसबुक इंक के पास है व्हाट्सएप की मिलकियत
व्हाट्सएप सोशल मीडिया का स्वामित्व फेसबुक इंक के पास है. इससे पहले, 16 अगस्त को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा था कि बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का देश में फेसबुक और व्हाट्सएप पर कब्जा है.
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने यह भी आरोप लगाया था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए फर्जी खबर और घृणा फैलाकर मतदाताओं को प्रभावित किया जाता है.
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इससे पहले मीडिया का हवाला देकर ट्वीट करते हुए कह था,
“बीजेपी और आरएरएस फेसबुक और व्हाट्सएप पर भारत में नियंत्रण है. वे मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए इनके जरिए फर्जी खबर और घृणा फैलाते हैं. आखिरकार अमेरिकन मीडिया फेसबुक पर सच्चाई के साथ सामने आई है.”
हेट स्पीच को लेकर उठे सवाल
गौरतलब है कि पिछले दिनों फेसबुक पर आरोप यह लगा हैं कि उसने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं की पोस्ट पर हेट स्पीच नियम को लागू नहीं किया.
हाल ही में वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में यह आरोप लगा था कि फेसबुक की कंटेंट पॉलिसीज का भारत में बिना भेदभाव के पालन नहीं हो रहा है और बीजेपी पर नरमी बरती जा रही है.
फेसबुक की निष्पक्षता को लेकर भारत में उठ रहे सवाल और इसको लेकर जारी राजनीतिक बवाल के बीच सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी फेसबुक ने इस पर अपनी सफाई दी थी फेसबुक ने कहा था कि यह खुला, पारदर्शी और गैर-पक्षपातूर्ण मंच है.
कांग्रेस ने जुकरबर्ग को लिखी थी चिट्ठी
इस विवाद पर कांग्रेस ने फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को चिट्ठी लिखी थी.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया था, ‘बीजेपी और आरएसएस का भारत में फेसबुक और वॉट्सएप पर कब्जा है. वे इसके जरिए फेक न्यूज और नफरत फैलाने का काम करते हैं. वे इसका इस्तेमाल मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए करते हैं.
सोनिया ने भी साधा केंद्र पर निशाना
उधर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है.
सोनिया गांधी ने कहा,
“अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में है, लोकतंत्र नष्ट हो रहा है. वे चाहते हैं कि भारत के लोग, हमारे आदिवासी, महिलाएं, युवा अपना मुंह बंद रखें. वो देश का मुंह बंद रखना चाहते हैं. सत्ता देश में नफरत का जहर फैला रही है.”
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “जब हमारा लोकतंत्र और संविधान खतरे में है, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और बीआर अंबेडकर सहित हमारे पूर्वजों में से किसी ने भी कल्पना नहीं की होगी कि हमारे देश को आजादी के 75 साल बाद ऐसी कठिन परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा.”