केंद्र की मोदी सरकार अब धीरे-धीरे रेलवे निजीकरण की ओर कदम बढ़ा रही है जिसे कांग्रेस नेता राहुल गांधी सही नहीं मान रहे हैं. राहुल ने इसे गरीबों के खिलाफ लिया गया फैसला करार दिया है. उन्होंने कहा है कि रेल गरीबों की जीवनरेखा है और इनसे भी यह छीनकर अच्छा नहीं कर रही. राहुल ने कहा है कि इसके लिए देश की जनता मोदी सरकार को जवाब देगी.
रेल ग़रीबों की एकमात्र जीवनरेखा है और सरकार उनसे ये भी छीन रही है।
जो छीनना है, छीनिये। लेकिन याद रहे- देश की जनता इसका करारा जवाब देगी।https://t.co/M6OQZ6xAz5
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 2, 2020
राहुल गांधी ने एक खबर के साथ ट्वीट कर कहा कि रेल गरीबों की एकमात्र जीवन रेखा है और सरकार उनसे ये भी छीन रही है. जो छीनना है, छीनिए लेकिन याद रहे- देश की जनता इसका करारा जवाब देगी.
मालूम हो कि मोदी सरकार कई सरकारी और अर्धसरकारी सेक्टरों में निजीकरण की ओर बढ़ रही है. मोदी सरकार की ओर से काफी वक्त से रेलवे में निजीकरण पर विचार किया जा रहा था. अब रेल मंत्रालय ने 109 जोड़ी प्राइवेट ट्रेनें चलाने के लिए रिक्वेस्ट फॉर क्वॉलिफिकेशन (RFQ) मांगा है. सरकार को उम्मीद है कि इससे भारतीय रेलवे में निवेश बढ़ेगा, साथ ही साथ यात्रियों को बेहतर सुविधाएं भी मिलेंगी.
मोदी सरकार इस प्रस्ताव से करीब 30 हजार करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद लगाए बैठी है. इससे पहले भी केंद्र सरकार की ओर से कुछ सरकारी संस्थाओं के निजीकरण करने की कोशिश की गई, जिसपर राहुल गांधी अक्सर हमलावर रहे हैं. फिर चाहे अब रेलवे हो या फिर पहले एयर इंडिया को बेचने की बात हो. राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस पार्टी के अन्य नेताओं और विपक्षी पार्टियों की ओर से सरकार के इस फैसले का विरोध किया गया है. हालांकि, सरकार अपने इस फैसले पर अडिग दिख रही है.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/ravishankar-prasad-on-chinese-apps/