राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने एक बार फिर से बेतुका बयान दिया है. अंतरराष्ट्रीय बालिक दिवस के मौके पर उन्होंने विवादित बयान देते हुए महिलाओं को झगड़ालू कर दिया और कहा कि जिन स्कूलों में महिला स्टाफ या फिर प्रिंसिपल महिला होती है उस स्कूल के पुरुषों स्टाफ सैरीडॉन की गोली खानी पड़ती है.
इतना ही नहीं शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगर महिलाएं छोटी-छोटी बातों में सुधार कर लें तो वह पुरुषों से आगे निकलने की क्षमता रखती हैं. उन्होंने कहा कि बतौर शिक्षा मंत्री मेरे पास कई रिपोर्ट आती हैं कि जिन स्कूलों में महिला स्टॉफ है वहां झगड़ा ज्यादा होता है. महिलाएं स्कूल के पुरुष स्टाफ से झगड़ा करती हैं.
इसी महीने 11 तारीख को शिक्षा संकुल कार्यक्रम में राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आप लोगों के आपस में झगड़े भी बहुत हैं, जहां महिला जिस स्कूल में हैं उन स्कूलों की प्रिंसिपल सेरिडॉन की दवाई लेती हैं. उस स्कूल में कभी देरी से तो कभी ज़ल्दी आने पर झगड़े होते हैं. अगर आप इन्हें ठीक कर लें तो हमेशा ही आप खुद को पुरुष से 21 मानेंगी.
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि सरकार ने नीति ही ऐसी बना दी है कि महिलाएं पहले. चयन, प्रमोशन में हम सब जगह उनकी काउंसलिंग करके महिलाओं को प्राथमिकता देते हैं. विभाग में कुछ लोग कहते हैं कि क्या हम अच्छा नहीं पढ़ाते?
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