राजस्थान में पंचायत चुनाव (Rajasthan Municipal Election) के बाद निकाय चुनाव में जनता ने प्रदेश की राजनीति को एक और नया इशारा दिया है. निकाय चुनाव (Rajasthan Municipal Election) के आंकड़े वाकई चौंकाने वाले हैं. इस निकाय चुनाव (Rajasthan Municipal Election) में निर्दलीयों मजबूती के साथ उभर कर सामने आए हैं. राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के 12 जिलों की 50 नगर निकायों में सदस्य पदों के लिए हुए आम चुनाव का परिणाम जारी कर दिया जिसके मुताबिक भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है.
राजस्थान के 12 जिलों के 50 नगर निकायों में 1775 वार्डों में कांग्रेस के 620, भाजपा के 548, बसपा के सात, भाकपा के दो, माकपा के दो, आरएलपी के एक उम्मीदवारों के साथ ही 595 निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की. अब अध्यक्ष के लिए मतदान 20 दिसंबर को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया जाएगा, जबकि मतगणना मतदान समाप्ति के तुरन्त बाद होगी.
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राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त पीएस मेहरा ने बताया कि सभी निकायों (Rajasthan Municipal Election) के 1775 वार्डों में से कांग्रेस के 620, भाजपा के 548, बसपा के सात, भाकपा के दो, माकपा के दो, आरएलपी के एक और 595 निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की. कांग्रेस ने पंचायत चुनाव की हार के बाद निकाय चुनाव (Rajasthan Municipal Election) में बीजेपी को पटकनी दी है.
ये रहा सीटों का हाल
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के 50 निकायों में 1775 वार्डों में रविवार को उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला हुआ. यहां वार्डों में कांग्रेस के सर्वाधिक 620, बीजेपी के 548 और 595 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. इसके अलावा बीएसपी के 7, सीपीआई और सीपीआईएम के 2-2 और आरएलपी के 1 सदस्य ने जीत हासिल की है. गौर करने वाली बात यह भी है कि हाल ही पंचायत चुनाव में जीतने वाली बीजेपी सिर्फ सिरोही और सवाई माधोपुर में ही अपनी जगह बना पाई है.